अमेरिका में फाइजर की कोरोना वैक्सीन (Pfizer COVID-19 Vaccine) को आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिलने के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने लोगों से वैक्सीन पर भरोसा करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि वैज्ञानिकों द्वारा बगैर राजनीतिक प्रभाव के वैक्सीन विकसित की गई है। कोरोना वायरस (COVID-19) की मार सबसे ज्यादा अमेरिका पर पड़ी है। जॉन्स हॉपकिन्स की डेटा के मुताबिक में अब तक कोरोना के एक करोड़ 58 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। वहीं दो लाख 94 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने शुक्रवार को अमेरिकी फार्मास्युटिकल कंपनी फाइजर और उसके जर्मन पार्टनर बायोएनटेक द्वारा विकसित वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी। कंपनी का दावा है कि उनकी वैक्सीन 95 फीसद कारगर है।
एफडीए आयुक्त डॉ. स्टीफन हैन पर व्हाइट हाउस के दबाव की रिपोर्ट के बीच बाइडन ने कहा, ‘मैं जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि आपको इस पर विश्वास होना चाहिए। किसी पर कोई राजनीतिक प्रभाव नहीं है। ये सभी ऊंचे दर्जे के वैज्ञानिक हैं, जो अपना समय ले रहे हैं और उन सभी चीजों पर ध्यान दे रहे हैं, जिनपर गौर करने की जरूरत है। वैज्ञानिकों के अखंडता ने हमें इस मुकाम तक पहुंचाया। हम भुगतान की चुनौतियों और आगे की चुनौतियों से वाकिफ हैं।’
बाइडन ने शुक्रवार को डेलावेयर में विलमिंगटन में संवाददाताओं से कहा, ‘आप जानते हैं इस समय चीजें कितनी कठिन हैं। मेरा मानना है कि आगे अच्छे दिन आएंगे। हमें कल थोड़ी अच्छी खबर मिली। एफडीए समिति ने फाइजर और बायोएनटेक द्वारा विकसित वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी। हम इन पर वैज्ञानिकों के और उनके संगठनों, शोधकर्ताओं के आभारी हैं, जिन्होंने इस वैक्सीन को विकसित किया है। हम वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के आभारी हैं, जिन्होंने राजनीतिक प्रभाव से मुक्त इसकी सुरक्षा और दक्षता का मूल्यांकन किया।’
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