वास्तु की दृष्टि से न सिर्फ आपका बेडरुम बल्कि बाथरुम भी बहुत महत्व रखता है। अगर आपका बाथरुम वास्तु दोष से प्रभावित होता है तो न सिर्फ आपके घर में रहने वाले लोगों की सेहत को प्रभावित करता है बल्कि यह आपकी आर्थिक स्थिति को भी चोट पहुंचाता है। वास्तु विज्ञान तो यह भी कहता है कि बाथरुम और शौचालय इनसे सबसे अधिक वास्तु दोष का डर रहता है। इसलिए इनके वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए इसके लिए यह 7 उपाय बहुत ही आसान और कारगर माने जाते हैं।बाथरुम के वास्तुदोष को दूर करने के लिए सबसे पहला और आसान तरीका यह है कि एक शीशे के बर्तन में नमक रखकर बाथरुम में रख दें। एक हफ्ते में नमक को बदलते रहें।
बाथरुम में पानी का निकास उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। अगर दक्षिण और पश्चिम की ओर निकास होगा तो घर मे आर्थिक परेशानी एवं गृह कलह होता है।
अगर आप बाथरुम में शीशा लगाए हुए हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि इसका मुंह दरवाजे की ओर नहीं हो। इससे घर में नकारात्मक उर्जा का प्रवेश घर में होता है जो आपको कई तरह की परेशान करता है।
बाथरुम में पानी का निकास उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। अगर दक्षिण और पश्चिम की ओर निकास होगा तो घर मे आर्थिक परेशानी एवं गृह कलह होता है।
बाथरुम में बाल्टी या टब जो भी हो उसे खाली न रखें। इनमें पानी हमेशा भरा रहने पर खुशियां स्थायी बनी रहती हैं।
बाथरुम में क्रिस्टल बॉल दरवाजे पर लटका कर रखने से नकारात्मक उर्जा के प्रसार से बचाव होता है।
बाथरुम में बिजली के उपकारण हमेशा दक्षिण पूर्व यानी आग्नेय कोण में होने चाहिए।