न समाज की सुनी, न परंपरा आड़े आने दी। मां की अंतिम इच्छा जो पूरी करनी थी, इसलिए बेटियों, बहू और पोतियों ने निभाया फर्ज।
पंजाब के गांव सुलहानी की बलवीर कौर का पार्थिव शरीर उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार परिवार ने सोमवार आदेश इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर भुच्चो मंडी को दान कर दिया गया।
इससे पहले उनकी बेटियों, बहू और पोतियों ने अर्थी को कंधा देकर बेटों वाला फर्ज निभाया। मृतका के बेटे अच्छर सिंह ने बताया कि बलवीर कौर की इच्छा थी, मरने के बाद उनकी देह का दान किया जाए।
बता दें इससे पहले अमृतसर के पास स्थित कुरड़ गांव के रिटायर लेक्चरर और समाज सेवी मास्टर रणजीत सिंह का शुक्रवार को देहांत हो गया। उनकी 4 बेटियों हरबंत कौर, राजवंत कौर, गुरप्रीत कौर और जसप्रीत कौर ने पिता की अर्थी को कंधा दिया और चिता को अग्नि दी।
पाली(राजस्थान) में भी पुरानी रूढ़ियों व मान्यताओं को तोड़ते हुए अब बेटियां भी बेटों की कमी को पूरा कर रही है। यहां के रामनगर मोहल्ले निवासी दो बेटियों ने अपनी मां की अर्थी को कंधा दिया व मुखाग्नि भी दी।