भारतीय आईटी प्रोफेशनल के लिए केवल अमेरिका ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों में वीजालेना काफी मुश्किल कर दिया गया है। भारत के दोस्त जापान, सिंगापुर सहित पड़ोसी मुल्क चीन में भी वीजा लेने के लिए कई सारी पाबंदियां लगाई गई हैं या फिर नियमों को काफी सख्त कर दिया गया है। Breaking: गुजरात के कारोबारी के 3.82 करोड़ रुपये लखनऊ में ठगे गये, जानिए कैसे?
नैस्कॉम द्वारा एक रिपोर्ट के अनुसार इन देशों ने वीजा नियमों को सख्त केवल आईटी प्रोफेशनल के लिए ही किया है। रिपोर्ट जारी होने के बाद सरकार अपनी तरफ से कई तरह के कदम उठाने जा रही है ताकि विदेश में भारतीयों के लिए नौकरी करने में किसी तरह की कोई दिक्कत न आए।
बिजनेस वीजा लेने वालों के लिए ये हैं परेशानियां
विश्व के कई देशों में भारतीयों द्वारा वीजा लेने में कई तरह की अटकलें लगाई जाती हैं। पड़ोसी देश चीन में बिजनेस वीजा मिल तो जाता है लेकिन ये केवल एक बार की एंट्री के लिए मिलता है। यहां पर राज्यों की तरफ से वीजा मिलता है।
अगर आप एक राज्य से दूसरे राज्य में जाते हैं, तो वीजा के लिए दुबारा से अप्लाई करना पड़ता है। इसे आप महीनों के हिसाब से नहीं बल्कि कुछ चुनिंदा दिनों के लिए ले सकते हैं।
वहीं इंडोनेशिया में 15 दिन से ज्यादा रुकने के लिए वर्क परमिट होना जरूरी है। यहां पर वीजा लेने के लिए एक शर्त यह और है कि आपकी कंपनी में लोकल वर्कर का प्रतिशत ज्यादा हो।
फिलीपींस में तीन महीने रहने के लिए वीजा मिल सकता है, अगर आपके पास कम से कम डेढ़ लाख रुपये का बैंक बैलेंस है। जिन लोगों की शादी हो गई है, उन्हें अपने वीजा डॉक्यूमेंट्स के साथ कोर्ट में बना मैरिज सर्टिफिकेट और एजुकेशनल सर्टिफिकेट देने होंगे।
जापान के लिए वीजा अप्लाई करने पर ओरिजनल सर्टिफिकेट देना जरूरी है। ऑस्ट्रेलिया में वीजा लेने के लिए नए टेस्ट बनाए गए हैं, जिनकी डिटेल्स किसी को भी नहीं पता है।