राजस्थान के झुंझनूं रेलवे स्टेशन के कंट्रोल रूम पर सोमवार आए दिन की तरह पुलिसकर्मी अपने कार्यों में व्यस्त थे। फिर फोन आया। फोन करने वाले अज्ञात ने रेलवे स्टेशन पर धमाकों सहित बड़ी संख्या में यात्रियों के हताहत होने की जानकारी दी। सूचना मिलने पर वहां पुलिसकर्मियों में हड़कम्प मच गया। इस पर एक के बाद एक पुलिस अधिकारियों को दुर्घटना की जानकारी दी। देखते-देखते कुछ देर में शहर की सड़कें सायरनों की आवाजों से गूंजने लगी।

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कोई बड़ी घटना की आशंका को देखते हुए शहरवासी सहमे हुए नजर आए। अधिकारियों की गाडिय़ां सहित लाइन का जाप्ता, एम्बुलेंस 108 रेलवे स्टेशन रूकी व अन्दर जाने पर सबकुछ सामान्य दिखने पर अधिकारी एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे। बाद में प्रशासन की ओर से कोई बड़ा हादसा होने पर राहत के उपायों की तैयारियों को लेकर मॉक ड्रील होने के बारे में पता चलने पर अधिकारियों सहित आमजन ने राहत की सांस ली।
जानकारी के मुताबिक कलक्टर प्रदीप कुमार व पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार गोयल ने किसी आपदा से निपटने के लिए तैयारियों को लेकर एक दिन पहले मॉक ड्रील की योजना बनाई थी। दुर्घटना की सूचना पर रेलवे के उच्चाधिकारियों को परेशानी में डाल दिया। क्योंकि जिस वक्त रेल दुर्घटना की जानकारी दी गई, उस वक्त किसी भी ट्रेन का ठहराव स्टेशन पर नहीं है। हालांकि बाद में मॉक ड्रील के बारे में जानकारी लगने पर राहत ली।
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