आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के छोटे बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार द्वारा आवंटित नए सरकारी बंगले में रहने से इंकार कर दिया है. सत्ता से बेदखल होने के बाद बिहार में नई सरकार ने तेजस्वी यादव को 1 पोलो रोड का बंगला आवंटित किया है, जिसमें अब तक भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी रह रहे थे.Breaking News: जेल में मिलने आई राम रहीम की मां, बातचीत के दौरन हुआ बड़ा खुलासा….
नई सरकार बनने से पहले 1 पोलो रोड का बंगला सुशील मोदी को पूर्व उपमुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित किया गया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब साल 2013 में भाजपा से गठबंधन तोड़ा था, तभी से सुशील मोदी पोलो रोड स्थित इस बंगले में रहे थे.
साल 2015 में उपमुख्यमंत्री बनने के बाद तेजस्वी यादव को 3 देश रत्न मार्ग वाला आलीशान बंगला आवंटित किया गया था. मगर सत्ता से बेदखल होने के बाद बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी को 3 देशरत्न मार्ग का बंगला खाली कर 1 पोलो रोड वाला बंगला आवंटित कर दिया.
नीतीश को लिखा था पत्र
बिहार सरकार के फैसले से नाराज तेजस्वी ने इस बाबत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा और उनसे अपील की कि जिस तरीके से सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री और फिर पूर्व उपमुख्यमंत्री रहते हुए 1 पोलो रोड के बंगले में जमे रहे, उसी प्रकार उन्हें भी उपमुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित 3 देशरत्न मार्ग के बंगले को पूर्व उपमुख्यमंत्री के तौर पर आगे भी आवंटित रहने दिया जाए.
नीतीश सरकार के ठुकराई अपील, तो तेजस्वी ने लिया फैसला
बताया जा रहा है कि बिहार सरकार ने तेजस्वी यादव की इस अपील को नामंजूर कर दिया है, जिसके बाद तेजस्वी ने फैसला किया है कि वह 1 पोलो रोड वाले बंगले में शिफ्ट नहीं होंगे, बल्कि 10 सर्कुलर रोड में रहेंगे यानी तेजस्वी ने फैसला कर लिया है कि फिलहाल वह लालू और राबड़ी के साथ ही रहेंगे. दरअसल, यह पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर राबड़ी देवी को आवंटित किया गया है और तेजस्वी यहां कई सालों से रह रहे थे.
JDU ने कसा तंज
बंगले को लेकर तेजस्वी यादव की हठधर्मिता पर जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी अभी अकेले है. एकाकी परिवार है और 10 सर्कुलर रोड आवास में अपने माता-पिता के साथ रहेंगे, तो नियंत्रण और अनुशासन में रहेंगे. नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी को फिलहाल बंगले की चिंता छोड़कर अपने खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामले और न्यायिक प्रक्रियापर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.