टीम इंडिया के वनडे उपकप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि क्रिकेटरों का करियर सीमित समय के लिए होता है ऐसे में उन्हें व्यस्त कार्यक्रमों की शिकायत नहीं करनी चाहिए. रोहित शर्मा ने कहा कि वह व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देकर विश्राम लेने में यकीन नहीं करते. हम 60, 70 साल की उम्र तक नहीं खेल सकते इसलिए हमें जो मौके मिलते है उसका इस्तेमाल करना चाहिए.अभी-अभी: क्रिकेट स्टेडियम पर हुआ आत्मघाती हमला, तीन की हुई मौत, मचा हड़कंप….
रोहित से जब पूछा गया कि टीम के व्यस्त कार्यक्रम के मद्देनजर क्या वह किसी समय विश्राम करने की सोच रहे है तो उन्होंने कहा, बिलकुल नहीं. मैं चोटिल होने के बाद टीम में वापसी कर रहा हूं. मुझे नहीं लगता मैं ऐसा करुंगा. मैं ज्यादा से ज्यादा खेलना चाहता हूं.
टीम इंडिया को इस साल काफी क्रिकेट खेलनी है, जिस पर रोहित शर्मा ने कहा, कि जब भी मुझे मौका मिलता है मैं मैदान में होना चाहता हूं. उन्होंने कहा, हम सब इसके आदी हो चुके हैं. ऐसा नहीं है कि व्यस्त कार्यक्रम अब होने लगा है, ऐसा पिछले काफी समय से हो रहा है. हम सभी को पता है कि अपने शरीर का कैसे ध्यान रखना है.
रोहित ने कहा, व्यस्त कार्यक्रम के कारण ही टीम में खिलाड़ियों को रोटेशन का मौका दिया जा रहा है. जब भी हम कोई सीरीज खेलते हैं, तो यह सुनिचित करते हैं कि सभी खिलाड़ी 100 प्रतिशत फिट हो. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ को रोकने की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वह ज्यादा रन नहीं बनाए.
श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में दो शतक और एक अर्धशतक की मदद से 302 रन बनाने वाले रोहित को उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उनकी शानदार फॉर्म जारी रहेगी. उन्होंने कहा, मैं अपने पिछले प्रदर्शन को दोहरा सका तो खुश रहूंगा. चीजें बदल चुकीं है. मैच नए मैदानों पर खेले जाएंगे. मुझे नए तरीके से शुरुआत करनी होगी और पहले क्या हुआ इस बारे में नहीं सोचना होगा.
रोहित ने कहा, अगर अपने पिछले प्रदर्शन को दोहरा सका तो मेरे लिए अच्छी बात होगी. रोहित ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 मैचों की वनडे सीरीज में 491 रन बनाए थे. उनके शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने सीरीज 3-2 से अपने नाम की थी.