भारतीय हॉकी टीम कॉमनवेल्थ गेम्स के खराब प्रदर्शन को भुलाकर अब पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी खिताब पर ध्यान केंद्रित करेगी। भारत का पहला मुकाबला शनिवार को परंपरागत प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा।भारतीय हॉकी टीम कॉमनवेल्थ गेम्स के खराब प्रदर्शन को भुलाकर अब पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी खिताब पर ध्यान केंद्रित करेगी। भारत का पहला मुकाबला शनिवार को परंपरागत प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा।  एशियाई चैंपियन भारत कभी भी चैंपियंस ट्रॉफी खिताब नहीं जीत पाया है। भारत यह उम्मीद करेगा कि उसके लंबे इंतजार का अब अंत हो जाए। भारत का इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2016 में लंदन में रहा था, जब वह उपविजेता बना था। उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों फाइनल में फाइनल में शूटआउट में हार मिली थी। वैसे भारत की राह आसान नहीं होगी क्योंकि वह कॉमनवेल्थ गेम्स में निराशाजनक प्रदर्शन कर चौथे स्थान पर रहा था।  इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद हरेंद्र सिंह को टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया।  दुनिया की छह सर्वश्रेष्ठ टीमें इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी। ओलिंपिक चैंपियन अर्जेंटीना, दुनयिा की नंबर वन टीम ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, मेजबान नीदरलैंड्‍स, पाकिस्तान और भारत की टीमें खिताब के लिए जोर-आजमाइश करेंगी।  भारत को अपना पहला मुकाबला पाकिस्तान से खेलने के बाद 24 जून को अर्जेंटीना से भिड़ना होगा। इसके बाद उसे 27 जून को ऑस्ट्रेलिया, 28 जून को बेल्जियम और फिर 30 जून को नीदरलैंड्‍स से खेलना है। विश्व रैंकिंग में भारत छठे और पाकिस्तान 13वें क्रम पर है, लेकिन इन टीमों के बीच हमेशा ही जमकर संघर्ष हुआ है। भारत-पाक मैचों में हमेशा कुछ विवाद और ड्रामा होते रहे हैं और शनिवार का मुकाबला भी इससे अलग होने की उम्मीद नहीं है।  वैसे रैंकिंग के हिसाब से भारत का पलड़ा इस मैच में भारी रहने का अनुमान है। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने पाकिस्तान को लगातार हराया है। भारत ने 2016 के ‍एशियन चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल, लंदन में 2017 में वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफाइनल में और फिर ढाका में एशिया कप में पाकिस्तान को हराया है। वैसे इस वर्ष कॉमनवेल्थ गेम्स में पाकिस्तान ने भारत को बराबरी पर रोका था।  टूर्नामेंट के पहले दिन अन्य मैचों में यूरोपियन चैंपियन नीदरलैंड्‍स का मुकाबला अर्जेंटीना से होगा जबकि ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम आमने-सामने होंगे।

एशियाई चैंपियन भारत कभी भी चैंपियंस ट्रॉफी खिताब नहीं जीत पाया है। भारत यह उम्मीद करेगा कि उसके लंबे इंतजार का अब अंत हो जाए। भारत का इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2016 में लंदन में रहा था, जब वह उपविजेता बना था। उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों फाइनल में फाइनल में शूटआउट में हार मिली थी। वैसे भारत की राह आसान नहीं होगी क्योंकि वह कॉमनवेल्थ गेम्स में निराशाजनक प्रदर्शन कर चौथे स्थान पर रहा था।

इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद हरेंद्र सिंह को टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया।

दुनिया की छह सर्वश्रेष्ठ टीमें इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी। ओलिंपिक चैंपियन अर्जेंटीना, दुनयिा की नंबर वन टीम ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, मेजबान नीदरलैंड्‍स, पाकिस्तान और भारत की टीमें खिताब के लिए जोर-आजमाइश करेंगी।

भारत को अपना पहला मुकाबला पाकिस्तान से खेलने के बाद 24 जून को अर्जेंटीना से भिड़ना होगा। इसके बाद उसे 27 जून को ऑस्ट्रेलिया, 28 जून को बेल्जियम और फिर 30 जून को नीदरलैंड्‍स से खेलना है। विश्व रैंकिंग में भारत छठे और पाकिस्तान 13वें क्रम पर है, लेकिन इन टीमों के बीच हमेशा ही जमकर संघर्ष हुआ है। भारत-पाक मैचों में हमेशा कुछ विवाद और ड्रामा होते रहे हैं और शनिवार का मुकाबला भी इससे अलग होने की उम्मीद नहीं है।

वैसे रैंकिंग के हिसाब से भारत का पलड़ा इस मैच में भारी रहने का अनुमान है। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने पाकिस्तान को लगातार हराया है। भारत ने 2016 के ‍एशियन चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल, लंदन में 2017 में वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफाइनल में और फिर ढाका में एशिया कप में पाकिस्तान को हराया है। वैसे इस वर्ष कॉमनवेल्थ गेम्स में पाकिस्तान ने भारत को बराबरी पर रोका था।

टूर्नामेंट के पहले दिन अन्य मैचों में यूरोपियन चैंपियन नीदरलैंड्‍स का मुकाबला अर्जेंटीना से होगा जबकि ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम आमने-सामने होंगे।