नई दिल्ली। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आरहा है। इसलिए अब वक़्त आगया है कि भारत उसे सबक सिखाये। पूर्व भारतीय नौसेना अफसर कुलभूषण जाधव को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती तल्खी बढ़ गयी है। इस मामले में अपनी नाराजगी जताते हुए भारत-पाकिस्तान के बीच रेल और बस सेवा पर ब्रेक लगा सकती है।
कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की आर्मी कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई
कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाए जाने से पाकिस्तान तक व्यापार करने वाले सीमावर्ती क्षेत्र के व्यापारी भड़क उठे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि जाधव को सजा का फैसला वापस नहीं लिया गया तो वे सीमा पार से व्यापारिक रिश्ते खत्म कर देंगे। वहीं हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि वे समझौता एक्सप्रेस और सदा-ए-सरहद बस चलने नहीं देंगे।
हिन्दू शिव सेना के चेयरमैन सुधीर सूरी ने कहा है कि पाकिस्तान ने अगर जाधव की फांसी पर निर्णय न बदला तो उनके कार्यकर्ता अटारी रेलवे स्टेशन पर समझौता एक्सप्रेस ट्रेन रोकने के लिए रेल की पटरियों पर लेट जाएंगे। इतना ही नहीं पाक जाने वाले प्रत्येक ट्रक को वे अमृतसर बाईपास से आगे नहीं बढ़ने देंगे।
फैडरेशन ऑफ किराना एंड ड्राईफ्रूट कामर्शियल एसोसिएशन के प्रधान अनिल मेहरा का कहना है कि पहले देश, फिर व्यापार। इस मामले में वे कोई समझौता नहीं करेंगे। भारतीय व्यापारी एकजुट होकर पाकिस्तान का विरोध करते हैं।
अमृतसर सेंट्रल जेल में तस्करी के आरोप में सजा काट चुकीं पाकिस्तान की फातिमा बेगम, मुमताज व जेल में जन्मी फातिमा की बेटी हिना की रिहाई का प्रयास कर रही एडवोकेट नवजोत कौर चब्बा कहती हैं कि पाक मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है। पाक के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन को अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
पाक जेल में कैद रहने के दौरान मारे गए सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने भी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सजा पर दुख जताया है। उन्होंने सवाल उठाया है कि जाधव का कोर्ट मार्शल कैसे किया गया, जबकि वो पाक आर्मी का जवान ही नहीं था। वहीँ भारत सरकार भी अपनी पूरी कोशिश कर रही है। ताकि वो जाधव को सुरक्षित घर वापस ला सके।