लखनऊ , 13 जनवरी । समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता शिवपाल सिंह यादव का फर्जी पीआरओ बनकर एक जालसाज ने सहकारी बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति से 7 लाख रुपये हड़प कर लिये। नौकरी न मिलने के बाद पीडि़त ने कई बार रुपये मांगे तो जालसाज ने उसको दो चेक थमा दिये जो बाउंस हो गये। इसके बाद पीडि़त ने फिर अपने रुपये मांगे तो आरोपी व उसके भाई ने उनको मारापीटा और जान से मारने की धमकी दी। ठगी का शिकार हुए व्यक्ति ने इस संबंध में सरोजनीनगर थाने में जालसाज व उसके भाई के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी कीरिपोर्ट दर्ज करायी है।
लखीमपुर खीरी जनपद निवासी फारुख सिद्दीकी के दो बेटों फिरोज व साहिल ने वर्ष 2015 में सहकारी बैंक में क्लर्क व कैशियर पद पर निकली नौकरी के लिए आवेदन किया था। दोनों ने लखनऊ में परीक्षा भी दी थी। इस दौरान फारुख की मुलाकात सरोजनीनगर निवासी राजेश यादव नाम के एक व्यक्ति से हुई। उसने खुद को सपा नेता शिवपाल सिंह यादव का पीआरओ बताया। राजेश ने फारुख को बताया कि वह उसके दोनों बेटों को मंत्री के कहने पर सहकारी बैंकों मेें नौकरी दिलवा सकता है। बदल में प्रति युवक 7 लाख रुपये लगेंगे। बेटों की नौकरी की लालच में फारुख जालसाज की बातों में आ गये। उन्होंने किसी तरह बड़े बेटे की नौकरी के लिए 7 लाख रुपये की व्यवस्था और अलग-अलग तारीख में राजेश के खाते में 7 लाख रुपये डाल दिये। उधर सहकारी बैंक में निकली नौकरी के लिए भर्तियां शुरू हो गयी पर फारुख के बेटे को राजेश ने नियुक्ति पत्र नहीं दिलाया। फारुख ने जब इस बारे में राजेश से बातचीत की तो उसने बताया कि जल्द ही वह मंत्री जी व एमडी से कहकर उनके बेटे का नियुक्ति पत्र जारी करा देगा। समय बीतता गया और फारुख के बेटे को नौकरी नहीं मिली। इसके बाद फारुख ने राजेश से सम्पर्क कर अपने रुपये मांगे तो राजेश ने फारुख को दो चेक दिये। फारुख ने जब चेक को कैश होने के लिए बैंक में लगाया तो दोनों चेक बाउंस हो गये। इसके बाद 13 अक्टूबर वर्ष 2016 को फारुख अपने बेटे के साथ राजेश से मिलने के लिए सरोजनीनगर उसके ठीकाने पर पहुंचा। फारुख व उसके बेटे ने जब राजेश से अपने रुपये मांगे तो आरोपी राजेश, उसके भाई व तीन साथियों ने मिलकर उसके साथ हाथापाई और जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया। उसी दिन पीडि़त फारुख शिकायत लेकर सरोजनीनगर पुलिस के पास पहुंचा पर पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की। इसके बाद फारुख ने अधिकारियों के पास गुहार लगायी तो बीते 11 जनवरी को इस मामले में सरोजनीनगर पुलिस ने आरोपी राजेश, उसके भाई सहित तीन अज्ञात साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानात सहित अन्य कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली। पीडि़त को 28 बार आरोपी ने टकराया बेटे की नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार हुए फारुख ने बताया कि आरोपी राजेश की पहुंच काफी ऊंची है। आरोपी राजेश कई बार उन लोगों को लेकर सहकारिता भवन भी गया था। पीडि़त ने बताया कि जब उसके बेटे को नौकरी नहीं मिली तो उसने राजेश अपने रुपये वापस मांगे। आरोपी राजेश ने उसको एक बार नहीं करीब 28 बार बुलाकर इधर-उधर की बातें कहकर टरका दिया। अखिरी बार पीडि़त 13 अक्टूबर को अपने रुपये मांगने के लिए गया था पर वहां पर हुई घटना के बाद वह दोबारा रुपये मांगने की हिम्मत नहीं जुटा सका।