लखनऊ : मुरादनगर शमशान घाट हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अत्यंत गंभीर व संवेदनशील है। उन्होंने पीडि़त परिवारों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराए जाने के निर्देश प्रशासन को दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिलाधिकारी गाजियाबाद अजय शंकर पाण्डेय ने राहत कार्यों की कमान संभालते हुए पीडि़त परिवारों से मुलाकात की और उनको हर संभव मदद दिए जाने का आश्वासन दिया। राहत कार्यों के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर मेडिकल टीम, काउंसलिंग टीम सहित कई टीमें लगाई गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से प्रत्येक मृतक परिवार को 10-10 लाख रूपये दिये जाने की घोषणा की है। जिसकी
डीएम के निर्देश पर जिला विकास अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित कर हादसा पीड़ित परिवारों का सर्वे कराया जा रहा है। साथ ही शासन की समस्त कल्याणकारी योजनाओं में पात्रता के अनुसार लाभ दिलाये जाने की कार्यवाई भी शुरू हो गई है। जिला विकास अधिकारी गाजियाबाद ने मंगलवार को मुरादनगर क्षेत्र के कुल 18 परिवारों में से 12 परिवारों का सर्वे कर लिया है। पीडि़त परिवारों को शासन की विकलांग योजना, पारिवारिक योजना, विधवा पेन्शन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, कृषक छात्र वित्तीय योजना आदि में पात्रता के अनुसार लाभ दिलायें जाने की कार्रवाई शुरू हो गई है।
प्रशासन की ओर से पीडि़त परिवार के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराए जाने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है। जो मृतक परिवारों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा ग्रहण कराये जाने तथा घायल परिवारों के बच्चों की फीस माफ कराने का काम कर रही है। शिक्षा विभाग की टीम द्वारा अभी तक 13 परिवारों का सर्वे किया जा चुका है। सर्वे के आधार पर पीड़ित परिवारों के बच्चों को स्कालरशिप दिलाए जाने की कार्रवाई हो रही है। स्वस्थ्य विभाग की ओर से डाक्टरों की एक टीम प्रभावित मोहल्लों में हादसे में घायल लोगों के घर जाकर उनको चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा रही है। साथ ही मनोचिकित्सकों की टीम भी पीडि़त परिवार के लोगों की काउंसलिंग करने का काम कर रही है, ताकि परिवार के लोग इस हादसे से उभर सकें। खाद्य एवं आपूर्ति जिला पूर्ति विभाग की ओर से पीडि़त गरीब परिवारों को नि:शुल्क राशन दिए जाने का काम कर रही है।