केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा रामगढ़ (झारखंड) में मॉब लिंचिंग के दोषियों को माला पहनाने के मामले में अब स्पष्टीकरण देते दिख रहे हैं। बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना से अगर यह संदेश गया है कि मैं गोरक्षा के नाम पर हिसक भीड़ का समर्थन करता हूं तो इसके लिए मुझे खेद है। उन्होंने कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं कि कानून अपना काम करेगा, दोषी दंडित होंगे और निर्दोष मुक्त हो जाएंगे।
सिन्हा बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ कई कार्यक्रमों में रांची में मौजूद थे। एक कार्यक्रम के संबोधन में जयंत ने रामगढ़ में मॉब लिंचिंग के आरोपितों को माला पहनाने के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल बाबा वोट की राजनीति कर रहे हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से ही इसका करार जवाब देने की बात कही। उन्होंने भाजपा के सोशल मीडिया के योद्धाओं को अपने काम में तीन “एम” (मसाला, मीडियम तथा मैनेजमेंट) के मॉडल को अपनाने की नसीहत दी। इस मामले में उनके द्वारा किए गए मैनेजमेंट का उदाहरण देते हुए कहा कि सोशल मीडिया में यह मसाला (मामला) उठने के बाद उन्होंने इसपर वकीलों व सेवानिवृत्त न्यायाधीशों से राय लेकर गरिमा और कानून को ध्यान में रखते हुए नपातुला बयान दिया। यही कहा कि जो दोषी हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए और जो निर्दोष हैं उन्हें न्याय मिलना चाहिए।
क्या था राहुल के ट्वीट में
राहुल गांधी ने इस मामले में अपने ट्वीट में कहा था कि उच्च शिक्षा प्राप्त सांसद और केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने जिस प्रकार मॉब लिंचिंग के आरोपितों को माला पहनाई और सम्मानित किया उसे देखकर आपका मन घृणा से भर जाएगा।
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