
छपिया के रामू भारती की मौत शनिवार को नौसड़ चौकी के पीछे बहरामपुर में हुई थी। घर वालों के साथ काफी संख्या में लोगों ने मौत की वजह कच्ची जहरीली शराब को बताकर जमकर हंगामा किया था। उन्होंने शव रखकर हाइवे जाम कर दिया था और पुलिस चौकी पर जमकर पथराव किया था। इसमें कुछ पुलिस वाले और राहगीर घायल हो गए थे। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा और 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में तिवारीपुर थाने में सपा नेता रामनगीना साहनी समेत 25 नामजद और 70 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है।
– सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसएसपी
रामू के घरवालों को भी पुलिस ने लिया हिरासत में
पुलिस ने इस मामले में रामू के घरवालों को भी मुल्जिम बनाया है। घर के चार-पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। उधर, घर में मातम के बीच पुलिस की कार्रवाई ने रामू के परिवार वालों का दर्द बढ़ा दिया है। हालांकि पुलिस का अपना तर्क है। उसका कहना है कि उन लोगों ने पुलिस टीम और चौकी पर पथराव किया था जिस वजह से उन्हें हिरासत में लिया गया है।
कच्ची शराब के खिलाफ कार्रवाई के चलते हुआ हमला
नौसड़ में बवाल के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने कच्ची शराब के कारोबारियों को पुलिस टीम पर हमला करने का आरोपी बताया है। उन्होंने प्रेस नोट जारी कर कहा है कि 10 जुलाई को कच्ची शराब के खिलाफ गांव में हुई बड़ी कार्रवाई के विरोध में लोगों ने पुलिस को निशाना बनाया और पथराव किया, लेकिन एक-एक को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।
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