उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ‘सुनामी’ के आगे सारी पार्टियों के दावे खोखले साबित हुए. इसके साथ ही बीजेपी के तीन युवा चेहरों ने अपनी पहली धमाकेदार एंट्री में रिकॉर्ड वोटों से चुनाव जीतकर सबको चौंका दिया.
इस कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के 38 साल के बेटे पंकज सिंह ने नोएडा से एक लाख से भी ज्यादा वोटों से जीत हासिल की. इसी तरह, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और अमित शाह के करीबी श्रीकांत शर्मा भी मथुरा विधानसभा सीट से 1.04 लाख वोटों के अंतर से जीतने में सफल रहे. उन्होंने चार बार से विधायक रहे और कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप माथुर को हराया.
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बीजेपी की एक और युवा और ‘यूपी की लड़की’ कही जाने वाली 35 साल की मनीषा अनुरागी ने बुंदेलखंड की राठ विधानसभा सीट से अपना पहला चुनाव 1.04 लाख वोटों से जीता. ये तीनों यूपी के उन टॉप 5 उम्मीदवारों में शामिल हैं, जिनकी जीत का अंतर एक लाख वोटों से भी ज्यादा है.
सियासी पंडितों का कहना है कि सरकार गठन के दौरान बीजेपी इन युवा चेहरों को कैबिनेट में जगह दे सकती है.
बीजेपी की बंपर जीत
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को प्रचंड बहुमत मिला. पार्टी ने 403 सीटों में से 312 सीटों पर जीत हासिल की.
सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी हाशिये पर आ गई. राज्य निर्वाचन आयोग के अंतिम आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा 312 सीटों पर जीती. बसपा को 19, सपा को 47 सीटें और कांग्रेस को महज 7 सीटों पर जीत मिली.
भाजपा के सहयोगी दल भारतीय समाज पार्टी (भासपा) 4 सीटों पर और अपना दल (सोनेलाल) को 9 सीटों पर जीत मिली है. अजित सिंह के राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को मात्र एक सीट मिली. तीन निर्दलीय उम्मीदवार जीते, जबकि निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के खाते में भी एक सीट गई.
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