सेमीफाइनल में विदर्भ की जीत के हीरो रहे रजनीश गुरबानी ने रणजी फाइनल में भी कमाल कर दिया. दिल्ली के खिलाफ इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेले जा रहे फाइनल के दूसरे दिन 24 साल के गुरबानी ने हैट्रिक जमा दी. राइट आर्म मीडियम पेसर गुरबानी ने अपनी हैट्रिक की बदौलत दिल्ली को पहली पारी में 295 रनों पर समेट दिया.
रणजी ट्रॉफी के इतिहास में यह 76वीं हैट्रिक है, लेकिन फाइनल की बात करें तो यह महज दूसरा मौका है. इससे पहले 1973 में गुजरात के बी कल्याण सुंदरम ने मुंबई के खिलाफ रणजी फाइनल में हैट्रिक जमाई थी. मजे की बात यह है कि वो भी गुरबनी की तरह राइट आर्म मीडियम पेसर रहे.
गुरबानी की इस हैट्रिक की खास बात यह रही कि उन्होंने यह उपलब्धि एक ओवर में नहीं, बल्कि दो ओवरों में पूरी की. और तीनों बोल्ड कर. मौजूदा रणजी सीजन (2017/18) की यह दूसरी हैट्रिक है. कर्नाटक के तेज गेंदबाज विनय कुमार ने क्वार्टर फाइनल में मुंबई के खिलाफ हैट्रिक ली थी. मजे की बात यह है कि उन्होंने भी दो ओवरों में अपनी हैट्रिक पूरी की थी.
गुरबानी ने मैच के 101वें ओवर की पांचवीं और आखिरी गेंद पर विकेट लिये और उसके बाद 103वें ओवर की पहली गेंद पर विकेट लेकर हैट्रिक पूरी की. पहले तो दिल्ली के विकास मिश्रा (7) को बोल्ड किया, अगली गेंद पर एनए सैनी (0) को भी बोल्ड कर दिया. इसके बाद मैच के शतकवीर ध्रुव शोरे (145 रन) को भी बोल्ड कर अपनी हैट्रिक पूरी की.
विदर्भ की ओर से हैट्रिक लेने वाले गेंदबाज
1. प्रीतम गांधे (दे बार) 1993/94 और 2008/09
2. उमेश यादव 2015/16
3. रजनीश गुरबानी 2017/18