ताबड़तोड़ डकैती से राजधानी को दहशत में डालने वाले बदमाशों को शनिवार सुबह पुलिस ने घंटों चली मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। लखनऊ के पारा और कृष्णानगर थाने के बार्डर पर सुबह करीब चार बजे पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। अभी-अभी: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की बढ़ी मुसीबतें, दायर हुई चार्जशीट
अभी-अभी: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की बढ़ी मुसीबतें, दायर हुई चार्जशीट
इसमें दो बदमाशों के पैर में गोली लगी है, जबकि दो को हिरासत में ले लिया गया। घायल बदमाशों का इलाज ट्रामा सेंटर में चल रहा है। पुलिस के मुताबिक ये चारो बदमाश बावरिया गैंग के हैं।
जनवरी महीने में एक हफ्ते के अंदर ताबड़तोड़ डकैतियों में इन्हीं बदमाशों का हाथ था। एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस को गंगाखेड़ा में बदमाशों के छिपे होने की सूचना मिली थी। शनिवार सुबह करीब चार बजे पुलिस ने दबिश दी तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश बीकानेर निवासी महेंद्र उर्फ महेश और मनोज उर्फ छोटू पुलिस की गोली से घायल हो गए, जबकि राजेश उर्फ पेटला और रमेश उर्फ राजू को हिरासत में ले लिया गया। इनके पास से दो 12 बोर की बंदूक, 12 देशी तमंचे, भारी मात्रा में कारतूस और 315 बोर का देशी तमंचा बरामद हुआ है।
बता दें कि 18 जनवरी से 22 जनवरी के बीच लखनऊ के चिनहट, काकोरी और मलिहाबाद में इन बदमाशों ने एक के बाद एक डकैती की वारदातों को अंजाम देकर राजधानी में सनसनी फैला दी थी।
मुख्यमंत्री ने इन डकैतियों का सज्ञान लेते हुए जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए थे। तब से यूपी पुलिस इनकी तलाश में जुटी थी। ये गैंग राजस्थान में छिपे हुए थे। सर्विलांस की मदद से पुलिस को इनकी लोकेशन मिली थी। तब से लगातार पुलिस इनकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थी।
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