कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी विदेश में छुट्टियां मनाकर भारत वापिस लौट आए हैं. राहुल ने वापिस आते ही नरेंद्र मोदी सरकार पर जीएसटी को लेकर निशाना साधा था. राहुल गांधी ने जीएसटी के कारण विकलांगों पर टैक्स के बोझ की आवाज़ उठाई थी, जिसपर मंगलवार को वित्त मंत्रालय ने सफाई जारी की है.
वित्त मंत्रालय ने प्रेस रिलीज़ निकाल कर साफ किया है कि विकलांगों के काम आने वाले सभी प्रोड्क्ट्स पर ज्यादा टैक्स नहीं लगाया गया है, इन उपकरणों को सिर्फ 5% वाले स्लैब में रखा गया है. इससे पहले इन्हें 5 से 18 फीसदी के बीच में रखा गया था.
राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट कर मोदी सरकार पर दिव्यांग लोगों पर टैक्स का बोझ डालने का आरोप लगाया था, और इस फैसले को वापिस लेने की मांग की थी.
वित्त मंत्रालय ने जो लिस्ट जारी की है उनमें कई उपकरण शामिल हैं. जैसे कि जिसमें आखों की रोशनी नहीं है उनके लिखने के लिए स्लेट, लिखने-पढ़ने का सामान, कम सुनने वाले लोगों के लिए उपकरण, ऑप्टिकल्स, स्पेशल लोगों के लिए घड़ी आदि जैसी कई चीजों को इसमें शामिल किया गया है.
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जीएसटी से सरकार ज्यादा टैक्स कमा रही है. उन्होंने खासकर एलपीजी को जीएसटी के दायरे में लाने की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार एक तो एलपीजी पर मुनाफा कमा रही है और दूसरे उसने गृहणियों पर जीएसटी का बोझ डाल दिया है.
माकन ने कहा कि जीएसटी का मतलब है गई सेविंग तुम्हारी. चीन से तनाव पर माकन ने कहा कि एक तरफ चीन की तरफ से सरहद पर सीमा का उल्लंघन हो रहा है. दूसरे सरकार इसको मानती ही नहीं कि ये घुसपैठ चीन का तरफ से हो रही है. राहुल गांधी छुट्टियां मनाने के लिए विदेश गए थे.