लंदन| विश्व प्रसिद्ध रॉक बैंड पिंक फ्लोयड पर आधारित पहली इंटरनेशनल रेट्रोस्पेक्टिव एक्जीबिशन (बीते समय की याद दिलाने वाली प्रदर्शनी) की शुरुआत लंदन में हुई है। यह प्रदर्शनी बताएगी कि यह ब्रिटिश समूह (पिंक फ्लोयड) अपने 1960 में जन्म के बाद से कैसे सांस्कृतिक प्रतिरूप बनी।
शनिवार को ‘पिंक फ्लोयड : देयर मॉर्टल रिमेंस’ प्रदर्शनी के लंदन के विक्टोरिया एंड अल्बर्ट संग्रहालय में शुरू होने के मौके पर प्रदर्शनी के निरीक्षणकर्ता विक्टोरिया ब्रॉक्स ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ से कहा, “पिंक फ्लोयड पिछली सदी का सबसे बड़ा ब्रांड है। वे 60 के दशक में प्रमुख रूप से सामने आए, जब वे साइकडेलिक (चेतना प्रभारी) आंदोलन में अग्रणी भूमिका में थे और जब संगीत वास्तव में बदल रहा था।”
पिंक फ्लोएड को आर्किटेक्चर के युवा छात्रों सिड बैरेट, रोजर वाटर्स, रिक राइट और निक मेसन द्वारा स्थापित किया गया था। इस नाम को अमेरिका के दो संगीतज्ञों पिंक एंडरसन और फ्लोयड काउंसेन के नामों को मिलाकर चुना गया था।
ब्रांड के आज जीवित सदस्य वाटर्स और डेविड गिलमौर बारेट और मेसन के यह समूह छोड़ने के बाद इस ब्रांड से प्रमुख गिटार वादक और संगीतज्ञ के तौर पर जुड़े। सभी ने संगीत में अपनी विशिष्टता प्रस्तुत की।
मेसन ने प्रदर्शनी के लिए अपने बैंड के सदस्यों के साथ एक सलाहकार और संपर्ककर्ता के रूप में काम किया था।
पिंक फ्लोयड का लंदन में एक छोटे से बैंड समूह के रूप में 1960 में उदय हुआ। लेकिन इस एक अल्बम ‘द डार्क साइड ऑफ द मून’ था, जिसने उन्हें विश्व दर्शकों तक पहुंचाया।
ब्रॉक्स ने कहा, “अल्बमों का सिंगलों से अधिक बिकने की एक शुरुआत थी और बदलाव की किसी कहानी को कहते समय संगीत का शुरू में उपयोग हो रहा था, जो समाज में जा रहा था। लेकिन वे फिर भी उस स्तर पर एक छोटे से बैंड के सदस्य के रूप में थे। और फिर 1972-73 में उनका शानदार ‘डार्क साइड ऑफ द मून’ को शानदार सफलता मिली। इसकी एक हफ्ते में आश्चर्यजनक रूप से 7,000 प्रतियां बिकीं और तब इसे यह एक छोटे से बैंड से एक विश्वस्तरीय बैंड के रूप में सफलता मिली।”
पिंक फ्लोयड ने एक संगीतमय सफलता के रूप में प्रतिष्ठा प्राप्त की और आज की कई संगीत प्रस्तुतियों में देखी जाने वाली तकनीकी और थिएटर संबंधी नए प्रयोगों को करने में वह अग्रणी रहा।
जानी मानी डिजाइन कंपनी स्टूफिश जो इस बैंड के साथ 1970 से जुड़ी हुई है, की प्रदर्शनी डिजाइनर रे विंकले ने कहा, “प्रदर्शनी में कुछ ग्रांड रॉक प्रस्तुतियां हैं और प्रदर्शनी और एक स्टेडियम (समारोह प्रस्तुति का मैदान) में होने वाले कंसर्ट में काफी समानताएं हैं।”
ब्रॉक्स के अनुसार, “पिंक फ्लोयड को बहुत पहले इलेक्ट्रॉनिक संगीत को अपनाने के तौर पर पहचाना जाता है।”
प्रदर्शनी में सिंथेसाइजर (संगीत का विशेष वाद्य), माइक्रोफोन और अन्य संगीत के इलेक्ट्रॉनिक मशीनों को विशेष तौर पर रखा गया है।
ब्रॉक्स ने कहा, “हमने संगीत के विशेषज्ञों को इस प्रदर्शन के लिए लिया है, क्योंकि मैं सोचती हूं कि कई लोग मेरी तरह एक सिंथेसाइजर से दूसरे सिंथेसाइजर में फर्क नहीं जानते।”