भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन लोकसभा चुनाव के बाद ही आकार लेगा। हालांकि, चुनाव से पहले कई राज्यों में गठबंधन अलग-अलग रूपों में दिखेगा। भाजपा विरोधी वोट को बंटने नहीं देंगे और सबसे ज्यादा सीटें पाने वाले दल का नेता ही प्रधानमंत्री बनेगा। ये बातें उन्होंने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहीं।
एससी-एसटी एक्ट को लेकर अभी तक अध्यादेश नहीं लाया गया है, जबकि आरएसएस के लोगों के लिए केंद्र में संयुक्त सचिवों की नियुक्ति का अध्यादेश लाया जा रहा है। पाकिस्तान के साथ समझौता करके मध्य एशिया और यूरोप के लिए ट्रेड रूट तैयार करने की बात चल रही है। ऐसे में सीपीएम ने तय किया है कि वह वैकल्पिक राजनीति के लिए जनांदोलन तेज करेगी।
येचुरी ने कहा कि देश को नेता की नहीं, जनहित की नीतियों की जरूरत है। विपक्षी गठबंधन में भी पीएम पद के चेहरों की कोई कमी नहीं है। केंद्र सरकार पेट्रोलियम पदार्थों पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाती जा रही है। हमारा नारा -पश्चिमी बंगाल को तृणमूल कांग्रेस और देश को भाजपा से मुक्त कराना है।
दक्षिण कोरिया से मिलिट्री बेस हटा सकता है अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड ट्रंप और उन की मुलाकात पर येचुरी ने कहा कि जिस तरह से ट्रंप ने उत्तरी कोरिया के किम जोंग उन की तारीफ की, उससे लगता है कि दक्षिणी कोरिया से अमेरिका अपना मिलिट्री बेस हटा लेगा। यह उत्तरी व दक्षिणी कोरिया के आम लोगों की जीत होगी।