भाजपा ने लोकसभा चुनाव की लड़ाई को दिलचस्प और दमदार बनाने के लिए कसौटी पर असफल रहे लगभग आधे सांसदों के टिकट काटने और प्रदेश सरकार के कुछ मंत्रियों को चुनाव लड़ाने की तैयारी की है। ये मंत्री क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों के लिहाज से भाजपा की कसौटी पर फिट बैठते हैं। कोशिश इन चेहरों के सहारे प्रदेश में भाजपा का माहौल बनाने और जातीय व क्षेत्रीय समीकरणों की बिसात पर विपक्ष को मात देने की है। 
 
 भाजपा नेतृत्व की लोकसभा चुनाव के लिए मिल रहे शुरुआती फीडबैक के मद्देनजर करीब 35 से अधिक मौजूदा सांसदों का टिकट काटने की तैयारी में है। पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी और कलराज मिश्र सहित कुछ अन्य उम्रदराज सांसदों को भी चुनाव लड़ाने के बजाय कोई दूसरी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। वहीं कुछ सांसदों की क्षेत्र में निष्क्रियता और खराब छवि को देखते हुए उनके टिकट काटे जा सकते हैं।
पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि प्रदेश में भाजपा की नींव जितनी मजबूत होगी, केंद्र की सत्ता पर दोबारा काबिज होने की राह उतनी ही आसान होगी। सपा-बसपा गठबंधन के बाद चुनावी राह की मुश्किलों को भांपते हुए भाजपा ने अपने बड़े नेताओं, फिल्म और खेल जगत के चर्चित चेहरों को भी चुनावी बिसात पर उतारने का मन बनाया है। इनमें भी वरीयता साफ-सुथरी छवि वालों को देने की है।
 TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
				 
						
					 
						
					