बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी ने प्रशासकों की समिति (COA) प्रमुख विनोद राय पर हमला बोलते हुए उन्हें उच्चतम न्यायालय की लोढ़ा सिफारिशों को लागू करने में पूरी तरह से विफल करार दिया.
बीसीसीआई के अधिकारियों विशेषकर चौधरी और कोषाध्यक्ष चौधरी को सीओए ने तवज्जो नहीं दी है जिसने उच्चतम न्यायालय से उनकी बर्खास्तगी की भी मांग की थी.
चौधरी ने अभी तक राय के बारे में कुछ नहीं कहा था, लेकिन हाल में पूर्व कैग ने बीसीसीआई अधिकारियों को निहित स्वार्थों के कारण बाधा पहुंचाने वाले कहा था.
झारखंड के पूर्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने पीटीआई से कहा, ‘दुर्भाग्यपूर्ण चीज यह है कि डेढ़ साल बाद ईमेल लिखने के बाद विनोद राय को महसूस हुआ कि वह कुछ नहीं कर पा रहे हैं. उन्हें इन सुधारों को लागू करना था लेकिन वह इसमें पूरी तरह से विफल रहे.’
उन्होंने भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) प्रमुख अजीत सिंह और प्रबंध निदेशक (प्रबंधन) प्रिया गुप्ता की नियुक्ति का भी विरोध किया. उन्होंने कहा, ‘राय डेढ़ साल के बाद भी अधिकारियों को सकारात्मक कामों में लगाने में विफल रहे हैं जबकि उन्होंने यह समय सिर्फ बेकार की प्रक्रियाओं में नियुक्तियों में बिताया है जिसे मैंने सबकी नजरों में ला दिया है.’
अजीत बीसीसीआई से जुड़ गए हैं जबकि प्रिया ने इस पेशकश को स्वीकार नहीं किया. पूर्व कैग ने हाल में निराशा व्यक्त की थी कि उच्चतम न्यायालय संवैधानिक सुधारों पर अंतिम आदेश को पास करने में लंबा समय ले रही है.
चौधरी ने कहा, ‘कोई भी उच्चतम न्यायालय के बारे में इस तरह कैसे बात कर सकता है और वो भी वह व्यक्ति ऐसा बोल रहा है जिसने सरकार में चार दशक गुजारे हैं.’
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