कोरोना संकट के बीच आपने मानवता की कई तस्वीरें देखी होंगी, लेकिन कुछ लोग संकट की इस घड़ी में भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मंगलौर में सामने आया. वंदे भारत फ्लाइट से लौटी गर्भवती महिला को पहले अपार्टमेंट और फिर प्राइवेट हॉस्पिटल में एंट्री नहीं दी गई. इलाज न मिल पाने के कारण कोख में ही बच्चा मर गया.
बताया जा रहा है कि वंदे भारत मिशन के तहत एक गर्भवती महिला की देश में वापसी हुई. इस दौरान उसका कोरोना टेस्ट भी हुआ, जो कि निगेटिव आया. इसके बाद वह मंगलौर स्थित अपने अपार्टमेंट में जाने लगी तो अपार्टमेंट एसोसिएशन ने एंट्री देने से ही मना कर दिया है. इस अपार्टमेंट में महिला का पूरा परिवार रहता है.
इसके बाद महिला एक प्राइवेट हॉस्पिटल में अपना इलाज कराने पहुंची, लेकिन हॉस्पिटल ने विदेश से वापसी की बात सुनते ही महिला का इलाज करने से मना कर दिया है. प्राइवेट हॉस्पिटल की इस अमानवीयता का खामियाजा महिला को उठाना पड़ा और बाद में उसकी कोख में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया.
अब इस मामले में मंगलौर नगर निगम कमिश्नर ने अपार्टमेंट एसोसिएशन को नोटिस जारी किया और पूछा कि आपने महिला को उसके घर में एंट्री देने से क्यों मना किया. इसके साथ ही कमिश्नर ने आदेश दिया कि महिला को उसके घर में जाने से कोई नहीं रोक सकता है. अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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