वाराणसी : निजी स्कूलों में मनमानी शुल्क वसूली व री-एडमिशन के खिलाफ अब विभिन्न संगठन भी मुखर होने लगे हैं। इस क्रम में मंगलवार को अभिभावकों व बच्चों ने मैदागिन चौराहे प्रदर्शन किया। इस दौरान अभिभावक री-एडमिशन शुल्क बंद करो, फीस वृद्धि वापस लो, शिक्षा का व्यावसायिक करण बंद करो, पापा की मजबूरी है शिक्षा बहुत जरूरी सहित अन्य स्लोगल लिखे तख्तिया लेकर नारेबाजी भी कर रहे थे। वहीं बच्चों ने जहा सिर पर बैग-बस्ता लेकर विरोध जताया।
सुबह-ए-बनारस क्लब बैनर तले जुटे अभिभावकों ने कहा सीबीएसई में री-एडमिशन शुल्क पर रोक है। बावजूद अब री-एडमिशन नाम बदल अब प्रासेसिंग शुल्क व एनुअल मेंटनेंस का नाम शुल्क वसूला जा रहा है। इस प्रकार तमाम पब्लिक स्कूल सीबीएसई के ही गाइड लाइन को नहीं मान रहे हैं। इतना ही नहीं संसाधन के नाम पर प्रतिवर्ष मनमाने तरीके से शुल्क वृद्धि कर रहे हैं। हालत यह है कि जिन विद्यालयों के पास बच्चों को खेलने के लिए पर्याप्त मैदान तक नहीं हैं।
वह भी क्रीड़ा शुल्क वसूल रहे हैं। शिक्षण शुल्क के अलावा प्रतिवर्ष विभिन्न मदों अभिभावकों से हजारों रुपये वसूले जा रहे हैं। किताब-कापी, ड्रेस, टाई-बेल्ट, जूता-मोजा के नाम पर कमीशन का खेल चल रहा है। ऐसे में शिक्षा के नाम पर बाजारीकरण बंद होना चाहिए। अब पानी सिर के पार हो गया है। आखिर सरकार कब और कैसे सुनेगी। यदि इसी प्रकार सरकार मौन रही तो अभिभावक व्यापक आदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में क्लब के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, नंद कुमार टोपीवाले, चंद्रशेखर चौधरी, संतोष सेठ, सुरेश सेठ, अशोक गुप्ता, नत्थू लाल सोनकर, विष्णु शर्मा सहित अन्य लोग शामिल थे।
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