कोरोनाकाल में सुरक्षित शारीरिक दूरी की अनिवार्यता को देखते हुए विधानसभा के मानसून सत्र के आयोजन स्थल को लेकर विधानसभा सचिवालय कई विकल्पों पर मंथन कर रहा है। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि प्रयास यही है कि कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए विधानभवन में ही सत्र हो। कुछ व्यक्तियों को कष्ट जरूर होगा, मगर उनका सहयोग भी लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य विकल्प भी खुले रखे गए हैं।
विधानसभा का मानसून सत्र 23 सितंबर से शुरू होना है। इस बीच कोरोना के बढ़ते मामलों और सुरक्षित शारीरिक दूरी के मानकों के मद्देनजर सत्र के दौरान विधायकों के लिए बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर विधानसभा सचिवालय मंथन में जुटा है। वजह यह कि सभामंडप में बैठने की जगह सीमित है। ऐसे में सुरक्षित शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन कैसे होगा, यह चिंता सताए जा रही है। ऐसे में माना जा रहा कि पत्रकार व दर्शक दीर्घा तक सभा मंडप का विस्तार किया जा सकता है। इसके अलावा उस विकल्प पर भी विचार रहा है, जिसके अंतर्गत सत्र को विधानसभा से बाहर शहर में किसी दूसरे स्थान पर किया जाए।
हालांकि, इसमें खर्च बहुत अधिक आएगा, जो मौजूदा परिस्थितियों के लिहाज से उचित नहीं है। ऐसे अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है। संपर्क करने पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सत्र देहरादून में ही होगा। प्रयास होगा कि सभी के सहयोग से सुरक्षित शारीरिक दूरी के मानकों का पालन करते हुए सत्र का आयोजन हो। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से समस्या का समाधान होगा।
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