पाकिस्तान में विपक्ष के नेता फजलुर रहमान ने चेतावनी दी है कि अगर लाहौर की रैली को विफल करने लिए सरकार ने सुरक्षा बलों का इस्तेमाल किया, तो इसके भयंकर दुष्परिणाम होंगे। सरकार को विपक्षी दलों और जनता का कड़ा विरोध झेलना होगा।
मरहूम शेखुल हदीथ मौलाना अमानुल्ला कॉन्फ्रेंस में जमायत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल के नेता रहमान ने कहा, मनोनीत शासक ने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। विदित हो कि पाकिस्तान में विपक्षी नेता प्रधानमंत्री इमरान खान को जनता का चुना नहीं, बल्कि सेना का मनोनीत प्रधानमंत्री कहते हैं। विपक्षी दल चाहते हैं कि सुरक्षा बल पेशेवर तरीके से अपना काम करें। रहमान ने कहा, सुरक्षा बल देश की ताकत हैं। वे हमारी सीमाओं की मजबूती के साथ रक्षा करें। देश के अंदरूनी मामलों में दखलंदाजी न करें।
देश के संविधान ने सभी संस्थाओं को काम करने की जिम्मेदारी तय कर रखी है। इसलिए हमें उसी के मुताबिक काम करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में 11 विपक्षी दलों ने पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) नाम से गठबंधन बनाकर इमरान सरकार के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। पीडीएम देश के प्रमुख शहरों में बड़ी जनसभाएं कर रहा है।
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