वेस्ट बैंक कैंप पर इजरायली हमले में पांच फिलिस्तीनियों के मारे जाने की सूचना है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वेस्ट बैंक के नूर शम्स शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले में सोमवार को पांच लोगों की जान गई है। उधर, पेंटागन का कहना है कि ईरान और उसके छद्म समूहों द्वारा इजरायल पर हमले का खतरा अभी बना है।
बता दें कि हिजबुल्लाह ने अपने एक वरिष्ठ कमांडर की हत्या के प्रतिशोध में इजरायल पर सैकड़ों रॉकेट और ड्रोन से हमला किया था। पेंटागन के प्रवक्ता एयर फोर्स मेजर जनरल पैट्रिक राइडर ने संवाददाताओं से कहा, “मैं आपको ईरानी नेताओं और अन्य लोगों द्वारा की गई कुछ सार्वजनिक टिप्पणियों की ओर इशारा करना चाहूंगा… हम यह आकलन जारी रखते हैं कि हमले का खतरा बना हुआ है।
परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना होगा
इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने पहले कहा था कि इजरायल के प्रति ईरान की आक्रामक गतिविधियां पहले कभी इतनी अधिक नहीं रही थीं। उन्होंने कहा कि इजरायल और अमेरिका को इस्लामिक गणराज्य को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए तैयार रहना चाहिए।
हम रुकने वाले नहीं: इजरायल
इजराइल ने रविवार को लेबनान स्थित प्रॉक्सी हिजबुल्लाह पर लगभग 100 जेट विमानों से हमला किया। इजरायल का तर्क है कि हिजबुल्लाह बड़े हमले की फिराक में था। इजरायली सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ हर्जी हलेवी ने कहा कि हम हिजबुल्लाह की क्षमताओं को कम करने और अधिक कमांडरों को खत्म करने के लिए दृढ़ हैं। हम रुकने वाले नहीं हैं। हमारा मिशन उत्तर के निवासियों को सुरक्षित उनके घरों में वापस लाना है।
बेन गिविर की मांग से इजरायल सरकार में खलबली
इजरायल के अति दक्षिणपंथी आंतरिक सुरक्षा मंत्री इत्मार बेन गिविर ने यरुशलम के अल अक्सा मस्जिद परिसर में यहूदियों को प्रार्थना करने की अनुमति देने की मांग की है। गिविर जुलाई में मस्जिद के नजदीक स्थित यहूदियों के धर्मस्थल टेंपल माउंट में जाकर प्रार्थना कर आए थे और उन्होंने वहां पर यहूदियों को जाने की अनुमति दिए जाने की सरकार से मांग की थी।
युद्ध विराम वार्ता पर पड़ सकता असर
गिविर के ताजा बयान से इजरायल सरकार में खलबली मच गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने टेंपल माउंट को लेकर कोई नए दिशानिर्देश देने से इन्कार किया है। गिविर की मांग का गाजा में युद्धविराम के सिलसिले में चल रही वार्ता पर भी असर पड़ने की आशंका है। विदित हो कि यरुशलम का बड़ा इलाका विवादित है। फलस्तीनी बहुल इलाके को इजरायल अपने सुरक्षाकर्मियों के जरिये नियंत्रित करता है।