इलाहाबाद।। गोरखपुर में मासूमों की सामूहिक हत्या और स्वास्थ्य मंत्री के असंवेदनशील बयान का विरोध शुरू हो गया है। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं ने स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के घर सड़े अंडे और टमाटर फेंककर विरोध प्रदर्शन किया।
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घटनाक्रम कुछ यूं चला। विरोध करने से पहले छात्रसंघ भवन पर एक शोक सभा रखी गई थी, इस सामूहिक हत्या से विश्वविद्यालय के छात्र इतने आहत दिखे कि शोक सभा के दौरान रो पड़े।
प्रदेश सरकार की असंवेदनशीलता ने देश के भविष्यों को धरती पर खड़ा होने से पहले काल के गाल में झोंक दिया और न कितनी मांओं की कोखे सूनी कर बुढ़ापे कर सहारा छिन लिया। इस घटना से देश के हर बुढ़े बुजुर्ग, नौजवान, महिलाओं की आत्मा कांप ऊठी है और जिंदगी से जुड़े हर सरकारी पहलुओं पर भरोसा ऊठा हुआ महसूस कर रहे हैं।
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विरोध प्रदर्शन के बाद मीडिया के सामने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व मंत्री अंकुश यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार मूलभूत सुविधाओं के नरजर अंदाज कर गाय, गोबर, गंगा और मंदिर पर चर्चा कराना ही अपना विकास और दायित्व समझ रही है। नेताओं ने मांग की है कि स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को बर्खास्त किया जाए, परिजनों को 25-25 लाख की सहायता दी जाए, हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।

इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से छात्र संघ उपाध्यक्ष अदील हमजा, संदीप सिंह यादव, पूर्व मंत्री अंकुश यादव, अमरीश यादव, ऋतु राज यादव, फैसल अकबर, अभिषेक, ईकाई अध्यक्ष, इविवि, चंदू कुमार, राम जी पासी आदि सहित सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।
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