शौचालय की टंकी में डूबने से चार साल की एक बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल में शव को ले जाने के लिए परिजनों को शव वाहन या एंबुलेंस नहीं मिला। इस कारण पिता अपनी बेटी के शव को कंधे पर लेकर घूमता रहा, फिर बाइक से घर ले गया। घटना बिहार के छपरा की है।
शौचालय की टंकी में गिरी मासूम
जानकारी के अनुसार छपरा नगर के छोटा तेलपा में एक नवनिर्मित मकान की खुली शौचालय टंकी में चार साल की एक बच्ची गिर गई। बताया जाता है कि खेलने के क्रम में बच्ची संतुलन बिगड़ने के कारण टंकी में जा गिरी। टंकी में पानी भरा था, जिसमें वह डूबने लगी। जब तक लोग उसे निकालते, विलंब हो चुका था।
मौत के बाद नहीं मिला शव वाहन
परिजन व आसपास के लोग बच्ची को निकालकर छपरा सदर अस्पताल ले गए, जहां उसकी मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया। फिर, शोकग्रस्त पिता बेटी के शव को कंधे पर लादकर शव वाहन या एंबुलेंस के लिए अस्पताल परिसर में इधर उधर भटकता रहा। थक हारकर पिता बाइक से शव को घर ले गया।
घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधन ने सफाई दी कि मृत बच्ची के परिजनों ने शव वाहन की मांग ही नहीं की थी। इस बीच सिविल सर्जन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
सभी अस्पतालों के मिले हैं शव वाहन
विदित हो कि हाल के दिनों में सूबे के अस्पतालों में ऐसी कई तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें शव को घर ले जाने के लिए परिजन शव वाहन या एंबुलेंस के लिए भटकतेे रहे। जबकि, राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा अस्पतालों को शव वाहन भी उपलब्ध कराए गए हैं। छपरा में सांसद द्वारा भी सदर अस्पताल को शव वाहन उपलब्ध कराया गया है, ताकि दुर्घटना या अन्य कारणवश सदर अस्पताल में हुई मौत के बाद शव को निश्शुल्क घर तक पहुंचाया जा सके।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features