लखनऊ: समाजवादी पार्टी के एमएलसी बुुक्कल नवाब की मुश्किले बढ़ती हुई नज़र आ रही हैं। अब उनके खिलाफ वजीरगंज कोतवाली में धोखाधड़ी व जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है।

उनपर आरोप है कि गोमती नदी की जमीन को अपना बताने के लिए जाली दस्तावेज तैयार कर उन्होंने सरकार से करोड़ों रुपये का मुआवजा हासिल कर ली। बुक्कल नवाब के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर में अधिकारियों का भी जिक्र पर किसी का नाम नहीं है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के आदेश पर बनी हाई पावर जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर तहसीलदार सदर ने यह मुकदमा दर्ज कराया। हाई पावर जांच समिति ने कहा था कि बुक्कल नवाब ने गोमती नदी के जियामऊ स्थित जमीन को अपना बताने के लिए 22 अगस्त 1977 के एक फैसले का सहारा लिया। यह संदेहास्पद है। दूसरी ओर अधिकारियों पर नामजद रिपोर्ट नहीं दर्ज करवाने पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जताते हुए 24 अप्रैल को प्रमुख सचिव राजस्व को फिर तलब किया है।
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