निवेश के लिए सिल्वर ईटीएफ भी काफी अच्छा ऑप्शन है। हाल में आए रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक साल में गोल्ड ईटीएफ से ज्यादा रिटर्न सिल्वर ईटीएफ ने दिया है। ऐसे में निवेशकों को यह ऑप्शन काफी पसंद आ रहा है। सिल्वर ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) चार गुना से ज्यादा बढ़ा है। आइए इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं।
सिल्वर ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) यानी चांदी ईटीएफ (Silver ETF) निवेशकों के बीच निवेश के लिए काफी लोकप्रिय होता जा रहा है। यह ईटीएफ 2022 में लॉन्च हुआ था। यही कारण है कि बीते एक वर्ष में सिल्वर ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) चार गुना से ज्यादा बढ़ा है।
रेटिंग एजेंसी इक्रा के विश्लेषकों का कहना है कि चांदी एक कीमती धातु है और इसमें घरेलू महंगाई के दबाव और भूराजनीतिक अनिश्चितता के दौर से निपटने की क्षमता है। यही कारण है कि सिल्वर ईटीएफ के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ रहा है। आइए जानते हैं कि बीते एक वर्ष में सिल्वर ईटीएफ का एयूएम कितना बढ़ा है और इस दौरान इनमें कितना निवेश हुआ है।
कितना है सिल्वर ईटीएफ का एयूएम
सिल्वर ईटीएफ का एयूएम 12,331 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह अक्टूबर 2024 में2,844.76 करोड़ रुपये था। वहीं, सिल्वर ईटीएफ का एयूएम अक्टूबर 2023 के अंत में 215 प्रतिशत बढ़ी है। अगर सिल्वर ईटीएफ के फोलियो (खातों) की संख्या की बात की जाए तो एक वर्ष में इसमें 1.42 लाख फोलियो जुडे़ हैं। इसके बाद कुल फोलियो 4.47 लाख हो गई। अक्टूबर 2024 के अंत में सिल्वर ईटीएफ फोलियो में 643.10 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। बीते एक वर्ष के दौरान सिल्वर ईटीएफ में कुल निवेश 24 प्रतिशत बढ़ा।
कितना मिला रिटर्न
सिल्वर ईटीएफ ने एक महीने में 7.57, तीन महीने में 16.02, छह महीने में 20.25 और एक वर्ष 32.49 फीसदी का रिटर्न दिया है। बीते एक वर्ष के दौरान विभिन्न अवधि में सिल्वर ईटीएफ ने गोल्ड ईटीएफ से बेहतर रिटर्न दिया है।
क्या होता है सिल्वर ईटीएफ
सिल्वर ईटीएफ शेयर बाजार पर आधारित होते हैं और यह सूचकांक, कमोडिटी और बांड को ट्रैक करते हैं। ईटीएफ का भंडारण में आसानी, बेहतर तरलता और कम लागत के कारण फिजिकल चांदी के मुकाबले सिल्वर ईटीएफ को ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है।
अश्विनी कुमार, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, इक्रा एनालिटिक्स
इसके आगे उन्होंने कहा कि फिजिकल चांदी खरीदने पर ग्राहकों को जीएसटी का भुगतान करना होता है। सिल्वर ईटीएफ अधिक कुशल और तरल निवेश विकल्प प्रदान करते हैं। चूंकि ये एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होते हैं, जिससे निवेशकों को यूनिटों का आसानी से व्यापार करने में मदद मिलती है।