मुंबई पुलिस ने दो ऐसे जेबकतरों को गिरफ्तार किया है जो सूट-बूट (कारपोरेट कर्मचारियों की वेशभूषा) पहनकर मुंबई मेट्रो में वारदातों को अंजाम देते थे। दोनों युवक दिल्ली के रहने वाले हैं।
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23 जुलाई को अंधेरी पुलिस को एक शिकायत मिली थी जिसमें पीडि़त ने अंधेरी मेट्रो स्टेशन पर पर्स चोरी होने की बात कही थी। पुलिस ने घटनास्थल की पहचान के बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें सूट-बूट पहने दो युवक जेब काटते नजर आए। इसके बाद पुलिस ने उन पर दो दिनों तक नजर रखी और 25 जुलाई को अंधेरी मेट्रो स्टेशन से ही गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान अरविंद कुमार मलिक (30) और सत्यम उर्फ मोनू पांडेय (27) के रूप में हुई है। अरविंद दिल्ली के वजीराबाद और मोनू दिल्ली के ही पश्चिम करावल नगर का रहने वाला है। वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर पंडित थोराट ने बताया कि दोनों मुंबई के एक होटल में रह रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक, दोनों का मुंबई आने का तय कार्यक्रम था। वे दिल्ली से ट्रेन से मुंबई आते थे और अंधेरी के एक होटल में ठहरते थे। शहर में वे दो दिन ही रुकते थे और इस दौरान लोगों की जेब काटते थे। दोनों व्यस्त घंटों में मेट्रो यात्रियों को ही शिकार बनाते थे ताकि ज्यादा से ज्यादा नकदी पर हाथ साफ कर सकें। सूट-बूट
वे इसलिए पहनते थे ताकि लोगों को उन पर शक न हो। वरिष्ठ इंस्पेक्टर पंडित थोराट ने बताया कि दोनों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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