सेल्फी लेने के दौरान भारत में सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। पिकनिक स्पॉट, समंदर की लहरों, ऊंची चट्टानों, नदी की जलधारा युवाओं को सेल्फी लेने के लिए आकर्षित करती है और यही दीवानगी जानलेवा साबित हो रही है। 2014 से सितंबर, 2016 के बीच दुनिया भर में सेल्फी लेने के चक्कर में 127 लोगों ने जान गंवाई, जिनमें से 76 मौतें भारत में हुईं।अनंतनाग आतंकी हमले से 50 मिनट पहले हटी थी सुरक्षा, श्राइन बोर्ड में रजिस्टर्ड नहीं थी बस?
नो सेल्फी जोन:
जनवरी 2016 में सेल्फी लेने के चक्कर हो रही मौतों को देखते हुए मुंबई पुलिस ने 16 पिकनिक स्पॉट को नो सेल्फी जोन्स बनाया। नासिक कुंभ मेले के दौरान कुछ जगहों पर भी नो सेल्फी जोन्स बनाए गए थे।
सेल्फी से संबंधित मौतें
– 16 जून 2017 को गर्लफ्रेंड के लिए एक युवक लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी पर चढ़ गया और सेल्फी लेने के लिए हाथ ऊपर करते समय ओएचई से चिपककर झुलस गया। बाद में उसकी मौत हो गई।
– मई, 2017 में मुरादनगर गंगनहर में गहरे पानी में जाकर सेल्फी लेने के चक्कर में चार लोगों की मौत हो गई।
– 23 जून, 2016 को कानपुर में गंगा नदी में नहाने के दौरान सेल्फी लेने के चक्कर में सात युवक डूब गए।