पांच साल पहले हुए भारतीय वायुसेना के लड़ाकू जेट के दुर्घटना को लेकर वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने हैरान कर देने वाला खुलासा किया है. एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ के मुताबिक सोशल मीडिया के अधिक इस्तेमाल के कारण 2013 में लड़ाकू जेट क्रैश हुआ था.
बेंगलुरु में एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने सोशल मीडिया के अधिक इस्तेमाल को विमान हादसों की वजह बताया. उन्होंने कहा कि पायलट सोशल मीडिया के इस्तेमाल में इतना बिजी हो गया था, जिसकी वजह से उसकी नींद पूरी नहीं हुई थी और यही साल 2013 में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू जेट के दुर्घटना का कारण बना था.
वायुसेना प्रमुख ने शुक्रवार को कहा कि रात में कई घंटे तक सोशल मीडिया पर वक्त बिताने की वजह से वायुसेना के पायलट पूरी नींद नहीं ले पा रहे हैं. उन्होंने एक ऐसी प्रणाली की वकालत की जो पता लगा सके कि उड़ान भरने से पहले पायलटों ने पर्याप्त नींद तो ली है.
धनोआ ने इंडियन सोसायटी ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन के 57वें सम्मेलन में कहा कि सभी देर रात तक कई घंटे सोशल मीडिया पर बिताते दिखते हैं. कई बार उड़ान से पहले की ब्रीफिंग सुबह छह बजे होती है और तब तक पायलट ठीक से नींद नहीं ले पाते हैं. इस समस्या के संदर्भ में धनोआ ने कहा कि हमें ऐसी प्रणाली की जरूरत है जहां पता चल सके कि पायलट ने नींद अच्छी तरह ली है या नहीं.
उन्होंने कहा कि 2013 में एक भीषण दुर्घटना घटी थी क्योंकि पायलट ने लंबे समय से पूरी नींद नहीं ली थी. वायु सेना प्रमुख ने कहा कि मैं चिकित्सा क्षेत्र के लोगों से इस समस्या का समाधान निकालने का अनुरोध करता हूं.
बता दें कि साल 2013 में राजस्थान के बाड़मेर जिले में भारतीय वायुसेना का एक मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. हादसा बाड़मेर से 40 किलोमीटर की दूरी पर हुआ था.
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