हरियाणा को सर्दी के सितम से फिलहाल राहत के आसार नहीं है। मौसम विभाग ने अपने ताजा पूर्वानुमान में बताया है कि इस पूरे हफ्ते कड़ाके की ठंड पड़ेगी। न्यूनतम तापमान में फिलहाल बढ़ोतरी नहीं होगी। जितने अभी तापमान दर्ज किए जा रहे हैं, उसमें कोई खास परिवर्तन नहीं आएगा। सोमवार रात न्यूनतम तापमान 0.7 से लेकर 6.3 डिग्री के बीच दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.5 डिग्री तक नीचे था।
सबसे कम तापमान महेंद्रगढ़ में दर्ज किया गया, जहां न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। मौसम विभाग ने 17 जनवरी के लिए राज्य में रेड अलर्ट जारी किया है। इसके मुताबिक 17 जनवरी को कई जिलों में ठंडे दिन व बेहद ठंडे दिन दर्ज किए जा सकते हैं। कुछ जगहों पर शीत लहर भी चल सकती है। लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
हरियाणा में पिछले 22 दिन से बेहद सर्द दिन दर्ज किए जा रहे हैं। पिछले 15 दिन से राज्य में घन से अतिघना कोहरा छाया हुआ है। मंगलवार को हिसार, अंबाला, करनाल और सिरसा में कोहरे की वजह से दृश्यता 25 मीटर के आसपास दर्ज की गई। हरियाणा में अधिकतर जिले सर्द दिन दर्ज किए गए। मौसम विभाग का कहना है कि 18 जनवरी तक घना कोहरा छाया रहेगा।
उसके बाद की स्थिति आकलन किया जा रहा है। इस बारे में बुधवार को ही जानकारी मिल सकेगी। सोमवार की रात को अंबाला में न्यूनतम तापमान 4.4, हिसार में 1.1, करनाल में 3.2, महेंद्रगढ़ 0.7, भिवानी में 3.9, सिरसा में 4.2, फतेहाबाद में 2.9, गुरुग्राम में 5.0, जींद में 2.6 और रेवाड़ी में 1.7 डिग्री दर्ज किया गया।
इसलिए ठंड से राहत नहीं
चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक एके सिंह ने बताया कि इस बार सर्द दिन 16 जनवरी तक खिंच गए हैं। आमतौर पर जनवरी के पहले हफ्ते तक सर्द दिन दर्ज किए जाते रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस
समय कोहरे की मोटी चादर है। इस वजह से सर्द दिन दर्ज किए जा रहे हैं।
कोहरा छंटने के बाद ही राहत मिल सकती है। उन्होंने बताया कि सर्दियों में उत्तर भारत के क्षेत्र में कोहरा आना एक सामान्य घटना है, क्योंकि कोहरे के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। वातावरण में तापमान कम है, हवा की गति भी काफी कम है, नमी के साथ काफी मात्रा में एरोसोल मौजूद हैं।
वहीं, दूसरी तरफ पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय नहीं हो पा रहे। इससे भी मौसम की गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। हरियाणा में पिछले 46 दिन से सूखा पड़ा है। बीते एक दिसंबर को बारिश दर्ज की गई थी। फिलहाल अगले एक हफ्ते भी बारिश की संभावना नहीं है।
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