मेयर के लिए सोमवार को शाम पांच बजे तक भाजपा, कांग्रेस, आप, यूकेडी और यूकेडी डेमोक्रेटिक पार्टी ओर निर्दलीय सहित 11 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया। इसके अलावा सभी वार्डों के लिए 431 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन जमा किए।
सोमवार को नामांकन जमा करने का अंतिम दिन था। इसके चलते नगर निगम में सुबह से ही प्रत्याशी पहुंचने शुरू हो गए थे। सबसे पहले निर्दलीय प्रत्याशी सरदार खान पप्पू नामांकन जमा करने पहुंचे। उनके बाद उत्तराखंड क्रांति दल डेमोक्रेटिक से राजकिशोर सिंह रावत ने नामांकन पत्र जमा किया।
आरुषि सुंदरियाल ने सबको चौंकाया
उत्तराखंड क्रांति दल से कैप्टन बिरेंद्र सिंह रावत ने पूर्व सैनिकों और अपने समर्थकों के साथ नामांकन जमा किया। इसके बाद निर्दलीय उम्मीदवार सुलोचना ईष्टवाल ने नामांकन जमा कराया। करीब दो बजे भाजपा से प्रत्याशी सौरभ थपलियाल का नामांकन लेकर विधायक उमेश शर्मा काऊ आदि पहुंचे। उनके पीछे-पीछे विधायक सविता कपूर, खजानदास सहित अन्य भाजपा नेता और समर्थकों के साथ सौरभ थपलियाल भी पहुंचे और नामांकन दाखिल किया।
उनके नाम से छह नामांकन पत्र दाखिल किए गए। सातवें नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी विरेंद्र सिंह पोखरियाल ने समर्थकों के साथ पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया। इनके नाम से दो नामांकन पत्र दाखिल किए गए। आठवें नंबर पर आम आदमी पार्टी के रविंद्र सिंह आनंद, नौवें पर निर्दलीय प्रत्याशी विजय प्रसाद भट्टराई और राजेंद्र प्रसाद गैरोला ने नामांकन दाखिल किया। इनके अलावा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आरुषि सुंदरियाल ने भी आखिरी समय में मेयर पद के लिए नामांकन दाखिल कर सबको चौंका दिया।
नहीं आया रजनी रावत का नामांकन
मेयर पद के लिए 44 लोगों ने नामांकन पत्र खरीदे थे। इनमें कुछ कांग्रेसियों और कुछ भाजपाइयों सहित अन्य लोग भी थे। भाजपा-कांग्रेस का टिकट फाइनल होने के बाद दोनों दलों से एक-एक नामांकन आया। इस दौरान ट्रांसजेंडर नेता रजनी रावत का भी नामांकन खरीदा गया था। सोमवार को नामांकन जमा करने का आखिरी दिन था, लेकिन वह नामांकन जमा करने नहीं पहुंचीं।
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