इंग्लैंड-पाकिस्तान के बीच साउथैंप्टन में हो रहे टेस्ट के दूसरे दिन फील्ड अंपायर रिचर्ड केटेलब्रो नियम तोड़कर मैदान पर स्मार्ट वॉच पहने नजर आए। हालांकि, गलती का अहसास होते ही उन्होंने अपनी घड़ी उतार दी और आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) को इसकी जानकारी दी। जब लंच के बाद दोनों टीमें मैदान पर उतरीं तब केटेलब्रो स्मार्ट वॉच नहीं पहने थे।
ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, एसीयू ने इसे नियमों का उल्लंघन तो माना, लेकिन अंपायर केटेलब्रो द्वारा खुद इसकी जानकारी देने के कारण उन पर कोई कार्रवाई नहीं की।
खिलाड़ी और अंपायर मैदान पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स नहीं ले जा सकते
क्रिकेट में करप्शन को रोकने के लिए खिलाड़ियों और मैच ऑफिशियल्स को मैच से पहले मोबाइल और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामान आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट को सौंपना होता है। मैच या दिन का खेल खत्म होने के बाद खिलाड़ियों को यह सामान लौटा दिया जाता है।
आईसीसी को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जब्त करने का अधिकार
आईसीसी शक होने पर खिलाड़ियों और मैच ऑफिशियल्स के फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर सकती है और जरूरत पड़ने पर फोन से जरूरी डेटा भी हासिल कर सकती है। हालांकि, अंपायर केटेलब्रो के मामले में आईसीसी ने ऐसा नहीं किया।
पहले भी स्मार्ट वॉच पहन कर मैदान पर जा चुके हैं खिलाड़ी
केटेलब्रो ऐसे पहले व्यक्ति नहीं है, जो स्मार्ट वॉच पहनकर मैदान पर गए हैं। इससे पहले 2018 में पाकिस्तानी खिलाड़ी इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में ऐसा कर चुके हैं। हालांकि, जांच में यह पता चला कि स्मार्ट वॉच डिसएबल थे। तब पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने एसीयू अफसरों को बताया था कि उन्होंने अपने फिटनेस पर नजर रखने के लिए स्मार्ट वॉच पहनी थी। उस वक्त भी आईसीसी ने समझाइश देकर पाकिस्तानी खिलाड़ियों को छोड़ दिया था।
काउंटी क्रिकेट में भी खिलाड़ियों के स्मार्ट वॉच पहनने पर बैन है
वहीं, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने भी इस साल की शुरुआत मे काउंटी क्रिकेट में एंटी करप्शन रूल के तहत खिलाड़ियों के मैदान पर स्मार्ट वॉच पहनने पर बैन लगाया है।