
नोएडा के दादरी इलाके में गोमांस को लेकर अखलाक नाम के एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी थी। इस घटना के बाद प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे। प्रदेश सरकार ने इस मामले में कड़ा रूख अपनाते हुए दोषियों को गिरफ्तार करने के साथ ही पीडि़त परिवार को आर्थिक मदद भी दी थी। अखलाक हत्या काण्ड में दादारी के बिसाहड़ा गांव निवासी 24 वर्षीय रविन भी आरोपी था और वह नोएडा जिला जेल में बंद था। बताया जाता है कि सोमवार को रविन की तबियत अचानक बिगड़ गयी। जेल प्रशासन ने उसको इलाज के लिए नोएडा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से शाम को उसे दिल्ली के लोकनायक अस्पताल रेफर किया गया, जहां देर रातउसकी मौत हो गई। उधर जब रविन की मौत की खबर गांव में पहुंची तो वहां कोहराम मच गया। एक बार फिर से गांव में तनाव की स्थिति पैदा हो गयी। रविन की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन भी हरकत में आ गया। आनन-फानन में भारी पुलिस बल को गांव में तैनात कर दिया गया। वहीं रविन के परिवार वालों ने उसकी मौत को हत्या बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। परिवार वालों ने जेलर व कुछ कैदियों पर रविन के साथ मारपीट का भी आरोप लगाया है। फिलहाल गांव में प्रदर्शन का दौर जारी है और पुलिस बल तैनात है। गांव वालों का कहना है कि बुधवार की दोपहर तक रविन का शव गांव पहुंचेगा और फिर आगे की रणनीति तैयार की जायेगी।