आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के गढ़ में ही धंस गया। अपनी सरकार में जिस काम की वह हमेशा तारीफें करते नहीं थकते थे आज वही एक्सप्रेस वे का निर्माण अब सवालों के घेरे में आ गया है। बारिश के मौसम में एक्सप्रेस वे की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि इसपर जाने से भी लोग डर रहे हैं।
पहले आगरा और अब कन्नौज व इटावा में एक्सप्रेस-वे कई जगहों पर धंसा है। केवल यही नहीं उन्नाव के पास भी एक्सप्रेस वे की सड़क उखड़ने की तस्वीरें सामने आ रही हैं। वहीं भाजपा नेताओं ने इस प्रकरण पर अखिलेश यादव की सरकार के काम काज पर उंगली उठाते हुए सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं। सोशल मीडिया पर एक्सप्रेस वे का ‘काम बोलता है’ का स्लोगन लिखकर सपा सरकार की खिल्ली उड़ाई जा रही है।
50 फीट गहरे गड्ढे में गिरी थी एसयूवी
बुधवार को बारिश से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन आगरा के पास धंस गई थी। जिसकी वजह से एक तेज रफ्तार एसयूवी इस गड्ढे में जा गिरी। कार में बैठे 4 लोग बाल-बाल बच गए। कार चालक रचित ने बताया कि जीपीएस सिग्नल नहीं मिलने से वे सर्विस लेन पर आ गए और हादसा हो गया।
कन्नौज के सौरिख में एक्सप्रेस वे की सर्विस लेन दो स्थानों पर धंसी। ठठिया में एक्सप्रेस वे के सेफ्टी गार्ड के पास का हिस्सा धंसा। इटावा में एक्सप्रेस वे पर 131-132 किलोमीटर के बीच में भांती गांव के पास (सौरिख की ओर आने पर) एक्सप्रेस वे धंसा गया।
इससे पहले भी उन्नाव में बुधवार को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे इस बरसात की पहली झपट ही नहीं संभाल सका था। उन्नाव जिले के औरास थानाक्षेत्र के पंचमखेड़ा गांव के सामने एक्सप्रेस का करीब पांच मीटर लंबा हिस्सा मंगलवार रात एकाएक धंस गया। गनीमत यह रही कि उस वक्त सड़क के प्रभावित हिस्से पर वाहनों का दबाव कम था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
एक्सप्रेस-वे धंसने वाले हिस्से के करीब ही सई नदी का पुल है। एक्सप्रेस-वे के किनारे का हिस्सा धंसने की जानकारी पर वाहनों को सड़क के बीच के भाग से गुजारा गया। बुधवार सुबह से ही यूपीडा की टीम ने मरम्मत शुरू करा दी। मौके पर काम कर रहे श्रमिकों के मुताबिक सड़क धंसने से गहराई दरार आठ से दस इंच तक गहरी है।
13 दिसंबर को भी इसी स्थान पर सड़क में दरार आ गई थी
इससे पहले 13 दिसंबर को भी इसी स्थान पर सड़क में दरार आ गई थी। इसके अलावा बांगरमऊ, हसनगंज व गंजमुरादाबाद के पास भी कई स्थानों पर मिट्टी बहने से सड़क के किनारे खतरनाक हो गए हैं। बांगरमऊ के देवखरी और गहरपुरवा के सामने एक्सप्रेस-वे के नीचे अंडरपास में घुटनों तक पानी भर गया है। जलभराव होने से ग्रामीणों को आवागमन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।