अगर आप भी है सेक्स के शौकिन तो हो जाइए सावधान। अगर आपको सेक्स की लत लग जाएं तो वैसे सेक्स की ज़रूरत हर इंसान को होती है। बता दें कि, जब सेक्स करने की इच्छा ज्यादा होती है तो इसे हाइपर सेक्सयूलिटी या अतिकामुकता कहा जाता है! आप अपनी सेक्स की प्यास बुझाने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं, चाहे कुछ भी परिणाम हो। तो आइए आज हम आपको बताते है सेक्सयूलिटी डिसऑर्डर क्या होता है। मेडिकल की भाषा में हाइपर सेक्सयूलिटी का मतलब है सेक्स की बहुत ज्यादा इच्छा होना।
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आम तौर पर ऐसे लोग सेक्स की कल्पना में खोये रहते हैं और देखते हैं कैसे किसी से सेक्स किया जाये, जिससे की उन्हें सेक्स शांति मिले।हाइपर सेक्सयूलिटी से ग्रसित लोग पॉर्न विडियो देखते रहते हैं और यदि उन्हें सेक्स के लिए कोई पार्टनर नहीं मिलता तो वे हस्तमैथुन करते रहते हैं।
हाइपर सेक्सयूलिटी को सेक्स की लत भी कहा जाता है क्योंकि इसमें व्यक्ति सेक्स की बातों में ही खोया रहता है और सेक्स करने की सोचता रहता है। हाइपर सेक्सयूलिटी वाले लोग अवसाद, चिंता और अकेलेपन से ग्रसित होते हैं, क्योंकि उन्हें लंबे समय तक साथ देने वाला पार्टनर नहीं मिला पाता है। ऐसे लोग एकदम से और हर कहीं से सेक्स करना चाहते हैं, वे अपने पार्टनर को केवल अपनी प्यास बुझाने की चीज समझते हैं। हालांकि हाइपर सेक्सयूलिटी एक मानसिक डिसऑर्डर है, लेकिन इसके लक्षण पार्किंसन बीमारी से पीड़ित लोगों में भी पाये जाते हैं।
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कई रिसर्च स्टडीज़ दावा करती हैं कि यह दिमाग में केमिकल या हार्मोन के असंतुलन और बचपन की कोई यौन हिंसा के कारण ऐसा होता है। ऐसे लोगों में एसटीडी या एड्स होने का खतरा ज्यादा रहता है, क्योंकि अपनी सेक्स इच्छा के चलते ये लोग वैश्याओं और अंजान लोगों से भी सेक्स करने करने को तैयार रहते हैं, वो भी बिना किसी सुरक्षा के।