नहाने के पानी का ये प्राचीन उपाय करने से दूर हो सकती है दरिद्रता : नहाने से स्वास्थ्य लाभ और पवित्रता मिलती है। सभी प्रकार के पूजन कर्म आदि नहाने के बाद ही किए जाते हैं, इस कारण स्नान का काफी अधिक महत्व है। पुराने समय में सभी ऋषि-मुनि नदी में नहाते समय सूर्य को जल अर्पित करते थे और मंत्रों का जप करते थे। इस प्रकार के उपायों से अक्षय पुण्य मिलता है और पाप नष्ट होते हैं। ग्रहों के अशुभ प्रभाव बहुत भयंकर होते हैं। इनसे निजात पाने के लिए जातक बहुत से उपाय एवं टोटके करते हैं। स्नान करने से व्यक्ति का शरीर स्वस्थ रहता है। उसे कई प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है। वहीं तंत्र शास्त्र में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जिनको पानी में मिलाकर स्नान करने से जहां आर्थिक तंगी दूर होती है वहीं उम्र में भी वृद्धि होती है। आज हम आपको बताने जा रहे है कि नहाते समय आप कौनसे टोटके कर सकते हैं जिनसे आपकी जिंदगी में सुगमता आ सकें।
* शुक्र ग्रह अशुभ स्थिति में हो तो कफ, बात, पित्त विकार, उदर रोग, वीर्य रोग, धातु क्षय, मूत्र रोग, नेत्र रोग, आदि हो सकते हैं। अगर आप भी शुक्र ग्रह से पीड़ित हैं तो एक लौटा जल लेकर 2 बड़ी इलायची डालकर पानी के आधा होने तक उबालें। फिर इस पानी को अपने नहाने वाले पानी में मिला कर स्नान करें। नहाते समय शुक्र के निम्न श्लोक का पाठ करेंअगर आप भी शुक्र ग्रह से पीड़ित हैं तो एक लौटा जल लेकर 2 बड़ी इलायची डालकर पानी के आधा होने तक उबालें। फिर इस पानी को अपने नहाने वाले पानी में मिला कर स्नान करें। नहाते समय शुक्र के निम्न श्लोक का पाठ करें। “ऊँ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली, दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा”
* प्रतिदिन नहाने से पहले बाल्टी में पानी भरें और इसके बाद अपनी तर्जनी उंगली (इंडेक्स फिंगर) से पानी पर त्रिभुज का चिह्न बनाएं। त्रिभुज बनाने के बाद एक अक्षर का बीज मंत्र ‘ह्रीं’ उसी चिह्न के बीच वाले स्थान पर लिखें। साथ ही, अपने इष्ट देवी-देवता से परेशानियों दूर करने की प्रार्थना करें।
* पानी में इलाइची या केसर डालकर स्नान करें। इससे आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। पानी में दूध मिलाकर स्नान करने से शक्ति मिलती है। इसके साथ ही उम्र में भी वृद्धि होती है। पानी में रत्न डालकर स्नान करने से आभूषणों की प्राप्ति होती है।
* यदि कोई व्यक्ति किसी नदी में स्नान करता है तो उसे पानी पर ऊँ लिखकर पानी में तुरंत डुबकी मार लेना चाहिए। ऐसा करने से नदी स्नान का पूर्ण पुण्य प्राप्त होता है। इसके अलावा आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा भी समाप्त हो जाती है। इस उपाय से ग्रह दोष भी शांत होते हैं। यदि आपके ऊपर किसी की बुरी नजर है तो वह भी उतर जाती है।