इंदौर। बड़े नोट के बदले छोटे करने के बहाने बैंक मैनेजर, डॉक्टर और व्यापारी से रुपए लेकर ब्लैकमेल करने वाली गैंग की लड़की सहित चार लोगों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। इन्होंने खुद पुलिस को बैंक मैनेजर के पास रुपए रखे होने की सूचना दी, ताकि वे गुमराह हो जाएं और वे पूरे रुपए लेकर चंपत हो जाएं।
पश्चिम एएसपी के अनुसार पकड़ाए आरोपियों में मास्टरमाइंड रवि पिता मांगीलाल ठाकुर निवासी पिगडंबर, राहुल पिता मोहनलाल गर्ग निवासी महू, सुशील पिता झुमकलाल सोनेरे निवासी उमरिया और चांदनी उर्फ पिंकी पिता मनोहरसिंह कश्यप निवासी उमरिया हैं। पिंकी एक न्यूज वेबपोर्ट में खबर डालती है और खुद को पत्रकार बताकर रौब झाड़ती थी। रवि महू में हुए वकील योगेश गर्ग हत्याकांड के मुख्य आरोपी का बेटा है।
इन्होंने पीथमपुर एचडीएफसी बैंक में पदस्थ असिस्टेंट बैंक मैनेजर आशीष गर्ग निवासी महू, डॉक्टर शैलेश अग्रवाल, दीपक अग्रवाल औऱ कुंदन पंवार को निशाना बनाया था। राहुल की दोस्ती आशीष गर्ग से थी। उसने रवि के कहने पर बाजार में सूचना भेजना शुरू कर दी थी कि हम महज दस प्रतिशत कमीशन काटकर बड़े नोट के बदले छोटे नोट देते हैं। राहुल की बातों से प्रभावित आशीष ने भी अपने साथियों को सूचना दे दी।
बेटी की शादी के लिए डॉक्टर पिता ने दिए दस लाख
खबर आशीष के जरिए बाजार में फैली तो रिश्तेदारों और दोस्तों ने उस पर विश्वास कर लिया। डॉक्टर शैलेष की बेटी की 24 नवंबर को शादी है तो उन्हें दस लाख रुपए बदलवाना थे। शैलेष ने दस लाख, कुंदन पंवार ने 15 लाख और दीपक अग्रवाल ने 10 लाख दिए। आशीष ने भी 7 लाख रुपए दिए। सभी कुल 42 लाख रुपए लेकर राहुल और रवि के पास पहुंचे। साथ में पिंकी और सुशील भी थे।
प्रभाव जमाने के लिए राउंड फिगर बोला
रवि ने सभी पर प्रभाव जमाने के लिए कहा कि वह राउंड फिगर में रुपए लेगा। या तो 50 लाख हो या एक करोड़ रुपए। फिर उसने आशीष वाले 7 लाख रुपए लौटा दिए और बाकी के 35 लाख रखे। इसी दौरान दीपक, कुंदन और डॉ. शैलेष को धमकाया कि अब रुपए नहीं मिलेंगे। किसी को सूचना दी तो हम भी बता देंगे कि यह ब्लैक मनी है। विवाद के बाद आशीष अपने 7 लाख लेकर घर के लिए निकला तो राहुल ने पुलिस को फोन लगा दिया कि वह ब्लैक मनी लेकर घूम रहा है। पुलिस ने आशीष को पकड़ा तो उसने खुद के रुपए बताए और पूरी घटना बताई।
पुलिस ने सुशील और राहुल को रात को ही पकड़ लिया। दोनों ने कबूला कि प्लान रवि का था और सबका प्रतिशत तय था। पिंकी रवि और राहुल से जुड़ी हुई है। उनका प्लान एक करोड़ रुपए ऐंठने का था और इसके लिए महू इलाके के तीन अन्य व्यापारियों को भी जाल में फांसा था। हालांकि वे समय पर रुपए नहीं लाए। पुलिस अब रुपए देने वालों से भी पड़ताल करेगी। फिलहाल उसने 33.86 लाख रुपए जब्त किए हैं।