क्या आप भी अपने ऑफिस की टेंशन रोज घर ले आते हैं? क्या घर पर आते ही आपको ऑफिस के अगले दिन की चिंका सताती है? तो ऐसा न करें, ऑफिस की टेंशन ऑफिस में ही छोड़ कर आए। हां हम जानते हैं इस बात को कहना बहुत आसान है, लेकिन इसे निभाना मुश्किल है। आज हम आपको कुछ ही टिप्स दे रहे हैं जिसे अपनाकर आप अपने वर्क और लाइफ को परफेक्ट बैलेंस कर पाएंगे।सबसे पहले एक बाउंड्री तय करें। ऑफिस में सहकर्मियों के साथ कॉम्पिटिशन के चलते यह आसान नहीं है कि ऑफिस का काम ऑफिस तक छोड़ दिया जाए, पर घर आकर ऑफिस का काम करना आपका वर्क लाइफ बैलेंस जरूर बिगड़ जाएगा। आपको यह तो तय करना होगा कि घर आकर आप ऑफिस का काम न करें जिससे दफ्तर की टेंशन का असर आपकी जिंदगी पर न पड़े। धर पर दफ्तर के काम की आदत न डाले, लेकिन हां इमरजेंसी के वक्त कभी कभार आप काम कर सकते हैं।
दफ्तर से निकलने से पहले अपने काम का आंकलन करें और अगले दिन की योजना बना लें। ऐसा करने से आपको घर जाकर इस बात की टेंशन नहीं सताएगी कि कल जाकर आपको क्या करना है। आपको पहले से मालूम होगा कि अगले दिन आप क्या करने वाले हैं। ऐसा करने से आप घर जाकर तनावमुक्त रहेंगे।
समय का प्रबंधन ठीक ढ़ंग से करें। अगर आप अपने काम को अपनी क्षमता के अनुसार निर्धारित समय के अमदर पूरा कर देंगे तो आपको किसी बात की टेशन नहीं रहेगी। कई बार आप समय पर काम नहीं कर पाते, क्योंकि हमें काम को टालने की आदत होती है तो कई बार हम उस कार्य का दायरा बहुत फैला देते है। ऐसे में समय का थोड़ा सा प्रबंधन भी आपके तनाव को कम करने में बड़ी भूमिका निभाता है।
दफ्तर में काम के दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखें, क्योंकि इसमें इतना समय निकल जाता है और आपको मालूम भी नहीं चलता और आपका काम भी प्रभावित होता है। ऑफिस के दौरान अपने सोशल मीडिया के नोटिफिकेशन बंद रखें जिससे आपका ध्यान न भटके, क्योंकि अगर हम सोशल मीडिया में लगे रहेंगे तो जाहिर सी बात है आपका काम खत्म नहीं हो पाएगा।
ऐसा नहीं हो कि मैनेजर या बॉस अगर एक्सट्रा काम दें तो आप कभी मना न करें। यह आपके करियर के लिए भले ही अच्छा हो सकता है, लेकिन इस से उनकी आदत बिगड़ जाती है और आप एक्सट्रा कामों में ही उलझे रह जाते हैं। इस कारणवश आपकी टेंशन तो बढ़ती ही है साथ ही आपकी पर्सनल लाइफ भी प्रभावित हो सकती है।