पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने मोदी सरकार को देश का असली दुश्मन बताया है. उन्होंने लगातार ट्वीट करते हुए कहा कि उन पर ये आरोप लगते हैं कि वह भड़काऊ भाषण देते हैं. उन्होंने ट्वीट पर ही सवाल किया कि अगर वह भड़काऊ भाषण देते हैं तो साध्वी प्राची, साक्षीजी महाराज, गिरिराज सिंह और संगीत सोम जैसे लोग क्या अमृत बरसाते हैं?
हालांकि सोशल मीडिया पर लोगों ने हार्दिक पटेल के खिलाफ ही सवालों की बौछार करते हुए उन्हें कठघरे में खड़ा कर दिया है. लोगों ने यहां तक कहा है कि उनके भाषण से हिंसा नहीं फैलती जबकि हार्दिक जैसे नेताओं के भाषण हिंसा फैलाते हैं, लोगों को मारते हैं. हार्दिक ने एक ट्वीट करते हुए हिंदू नेताओं के भाषणों पर सवाल उठाया है.
एक अन्य ट्वीट में हार्दिक ने केंद्र सरकार पर तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने लिखा है कि देश का असली दुश्मन, दूसरों को गद्दार बोलकर अपना ‘दाग’ छुपा लेता हैं. देश का असली आतंकी, दूसरों को आतंकी बोलकर, अपना आतंक छुपा लेता है.
एक और ट्वीट करते हुए पाटीदार नेता ने खुद के पीछे हिंदू संगठनों के पड़े होने की बात कही है. उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों को गद्दार समझा जाता है.
गुजरात में हार्दिक ने पाटीदारों के आरक्षण को लेकर एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया था. इस बार उन्होंने विधानसभा का चुनाव भी लड़ा, लेकिन भाषणों में लाखों की भीड़ जुटाने वाले हार्दिक पटेल भीड़ को वोट में नहीं बदल पाए और चुनाव हार गए. चुनावों के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ कड़ी आलोचना करते हुए भाषण दिए थे. चुनाव में मिली करारी हार के बाद हार्दिक पटेल ने कहा था कि हार्दिक नहीं हारा, बेरोज़गारी हारी है, शिक्षा की हार हुई है, स्वास्थ्य की हार हुई है, किसान की नमी आंख हारी हैं. आम लोगों से जुड़ा हर मुद्दा हारा है, एक उम्मीद हारी हैं. सच कहु तो गुजरात की जनता हार गई और EVM की गड़बड़ी जीत गई. पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी पर कहा है कि वह बीजेपी को उसकी जीत के लिए अभिनंदन नहीं देंगे. उन्होंने ट्वीट करके आरोप लगाया की बीजेपी यह चुनाव बेईमानी से जीती है. उन्होंने फिर दावा किया कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हुई है.