नई दिल्ली। भारत में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल जल्द ही खत्म होने को है। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि अगला राष्ट्रपति कौन होगा। इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक गलियारों में गरमा-गरमी शुरू हो गयी है। केंद्र में मोदी सरकार ने इस मुद्दे पर अपने पत्ते पूरी तरह खोल कर रख दिए हैं।
दरअसल राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा में आंकड़ों का खेल बेहद अहम होता है। देश का अगला राष्ट्रपति जिसे बनाने की बात की जा रही हैं, उन्हें कभी लौहपुरुष कहा जाता था। वो केंद्र की सरकार में गृहमंत्री भी रह चुके हैं।
दरअसल वो कोई और नहीं बल्कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी हैं, जिन्हें देश के अगले राष्ट्रपति के रूप में देखा जा सकता है। बीजेपी ने उनको राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए का उम्मीदवार बनाने का फैसला लगभग तय कर दिया है।
आडवाणी के राष्ट्रपति बनने से बीजेपी को फायदा
आडवाणी फिलहाल सक्रिय राजनीति से दूर हैं। आडवाणी को राष्ट्रपति बनाकर बीजेपी उन्हे सम्मानजनक तरीके से राजनीति से रुखसत करना चाहती है। लाल कृष्ण आडवाणी के रूप में पीएम मोदी ने एक बार फिर से मास्टर स्ट्रोक चला है।
बता दें कि आडवाणी को मोदी विरोधी माना जता है। आडवाणी खुद पीएम बनने का सपना संजोए हुए थे, लेकिन मोदी के कारण उनका सपना हकीकत की रोशनी नहीं देख पाया।