पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज का एक ऐसा बयान सामने आया है जिसमें वो एक साथ दो ऐसी बातें कह रहे हैं जो संभव ही नहीं है.
अजीज ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत करना चाहता है ताकि क्षेत्र में शांति बहाल हो सके. यहां यह महत्वपूर्ण है कि एक तरफ जहां नियंत्रण रेखा पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव है और इसी के बीच अजीज का यह बयान आया है.
वहीं दूसरी तरफ समाचार पत्र ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ के अनुसार उन्होंने भारत पर कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन करने और उससे ध्यान भटकाने के लिए सीमा पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है. अपने इस बयान में अजीज ने यह भी दावा किया है कि भारत ने 450 बार नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने एक तरफ तो पाकिस्तान के लोकतांत्रिक मुल्क होने का हवाला देते हुए बातचीत से मुद्दों को सुलझाने की बात कही वहीं दूसरी तरफ उन्होंने यह भी कह दिया कि पाकिस्तान, कश्मीरियों की लड़ाई को नैतिक और राजनयिक मदद देता रहेगा.
उन्होंने सवाल किया कि अगर इटली और ब्रिटेन में जनमत संग्रह हो सकता है तो कश्मीर में क्यों नहीं हो सकता? अजीज ने दावा किया कि अगर कश्मीर में जनमत संग्रह कराया गया तो कोई भी मुसलमान, भारत के साथ रहने का फैसला नहीं करेगा.