दून में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का अभियान जारी है। टास्क फोर्स ने 161 अतिक्रमण पर लाल निशान लगाए, वहीं, नगर निगम ने अवैध ठेलियों के खिलाफ अभियान चलाया।
शहर में अवैध ठेलियों और फूड वैन के खिलाफ अभियान में नगर निगम की चेकिंग टीम ने तीन फूड वैन और बीस ठेलियां जब्त कर लीं। इस दौरान करीब पांच सौ अवैध बैनर व पोस्टर भी हटाए गए।
नगर आयुक्त के निर्देश पर भूमि कर अधीक्षक विनय प्रताप सिंह के निर्देशन में टीमों ने शहर में अभियान चलाया। निगम में शिकायत मिल रही थी कि शहर में कईं इलाकों में अवैध फूड वैन संचालित हो रही हैं। इसके अलावा अवैध ठेलियां भी यातायात में बाधा बन रही हैं। फूड वैन के सड़क किनारे खड़े रहने के चलते वाहनों को लोग सड़क पर पार्क कर देते हैं और वहां जाम लग जाता है।
50 रैग पिकर्स को बांटे पहचान पत्र
नगर निगम की ओर से शहर में कूड़ा बीनने वाले (रैग पिकर्स) को पहचान पत्र को सुरक्षा उपकरण बांटे गए। वर्ष 2012 में स्थापित वेस्ट वारियर्स संस्था की ओर से यह मुहिम चलाई जा रही है। निगम के मुताबिक, कूड़ा प्रबंधन क्षेत्र में रैग पिकर्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
निगम टाउन हॉल में कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें नगर निगम समेत उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और शहरी विकास विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान 50 रैग पिकर्स को पहचान पत्र और दस्ताने, मास्क, टोपी व रिफ्लेक्टिंग जैकेट दी गई।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव एसपी सुबुद्धि ने नेस्ले कंपनी के साथ किए गए करार का जिक्र करते हुए बताया कि इसमें दस खाली पैकेट मैगी के वापस देने पर एक मैगी का पैकेट कंपनी द्वारा ग्राहक को दिया जाता है। नगर आयुक्त विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि अक्टूबर में रैग पिकर्स का सर्वे किया जाएगा। शहरी विकास के अपर निदेशक उदय सिंह राणा ने इनका स्वास्थ्य बीमा कराने की बात भी कही।