माफिया अतीक अहमद का खात्मा तो हो गया है, लेकिन उसके गुर्गों का आतंक अब भी लगातार जारी है। हाल ही में, अतीक के गुर्गों ने उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में भाजपा युवा मोर्चा के जिला महामंत्री हर्ष केसरवानी की जमीन पर कब्जा कर लिया। जब हर्ष ने इसका विरोध किया, तो माफियाओं ने उनसे 50 लाख रुपए की रंगदारी मांग ली। रंगदारी नहीं देने पर हथियारबंद गुर्गों ने हमला कर दिया।
अतीक के गुर्गों ने SHO की मौजूदगी में की पिस्टल छीनने की कोशिश
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अजीब बात यह है कि यह सब कुछ पुलिस की मौजूदगी में हुआ। एसएचओ चंद्रभूषण मौर्य भी घटनास्थल पर मौजूद थे, लेकिन वह माफियाओं को रोकने में नाकाम रहे। पुलिस के सामने ही अतीक के गुर्गों ने हर्ष केसरवानी की लाइसेंसी पिस्टल छीनने की भी कोशिश की। पुलिस के सामने माफियाओं के इस आतंक ने इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है।
घटनाक्रम के बाद तुरंत एक्शन में आई पुलिस
बताया जा रहा है कि इस घटनाक्रम के बाद पुलिस एक्शन में आई है। एसपी के आदेश पर पुलिस ने 6 नामजद आरोपियों और 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। जिन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनमें मो. उमर, सलमान अहमद, रितेश केसरवानी, समर उपाध्याय, अथर मिश्रा और नीतीश पांडेय शामिल हैं। मो. उमर और सलमान अहमद को अतीक के गुर्गे बताया जा रहा है।
यह लोग करोड़ों की बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। हर्ष और उनके भाई पर हमला कौखराज थाना क्षेत्र के गिरसा चौराहे पर किया गया था। वहीं इस मामले ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि यह सब पुलिस के सामने हुआ, फिर भी माफियाओं को रोकने में पुलिस नाकाम रही।
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