हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर अदन की खाड़ी पर अमेरिकी युद्धपोत पर हमला कर दिया। इसी के साथ हूतियों ने एक ब्रिटिश जहाज पर भी हमला कर दिया। बता दें, इस्राइल हमास युद्ध शुरू होने के बाद से यमन के हूती विद्रोही सक्रिय हो गए हैं। इस वजह से समुद्री हमलों में इजाफा हो गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि ऐसा हमला पहली बार है, जब विद्रोहियों ने सीधा अमेरिकी युद्ध पोत को निशाना बनाया हो। फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के एक वरिष्ठ निदेशक ब्रैड बोमन ने कहा कि हमले को अमेरिकी युद्धपोत पर सीधे हमले के रूप में स्वीकार करना चाहिए। सेंट्रल कमांड ने बताया कि शुक्रवार को एक एंटी शिप-बैलिस्टिक मिसाइल यूएसएस कार्नी के पास आ गई। हालांकि, कॉर्नी ने सफलता पूर्वक मिसाइल को मार गिराया है। हमले में अमेरिकी पक्ष को किसी भी तरह की क्षति नहीं हुई है।
ब्रिटिश जहाज में लगी आग
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अमेरिकी युद्धपोत को निशाना बनाने के बाद विद्रोहियों ने अदन की खाड़ी में एक ब्रिटिश जहाज को तबाह कर दिया। ब्रिटिश सेना के यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ऑपरेशंस और अमेरिका ने हमले की पुष्टि की है। हमले के कारण जहाज में आग लग गई थी। अमेरिका ने कहा कि हमला यमन के विद्रोहियों ने किया है, जिस वजह से जहाज क्षतिग्रस्त हो गया। बता दें, हूती सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने कार्नी हमले की पुष्टि नहीं की है। हालांकि, उन्होंने एक वाणिज्यिक जहाज पर मिसाइल हमले का दावा किया, जिससे उसमें आग लग गई थी।
अमेरिका आगे भी हमलों का जवाब देंगे
हाल ही में व्हाइट हाउस के अधिकारी, जॉन किर्बी ने कहा था कि अगर समूह आगे भी हमले जारी रखेगा तो अमेरिका उनका मुकाबला करेगा। किर्बी ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी। इस दौरान किर्बी ने कहा कि हमें पता है कि समूह के पास अब भी सैन्य शक्ति है। अब उनको तय करना है कि वह इन शक्ति का इस्तेमाल कैसे करेंगे। अगर वे हमले जारी रखेंगे तो हम भी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देंगे और उनका उचित मुकाबला करेंगे। जैसा हम करते हैं। हूती के सैन्य प्रवक्त ब्रिगेडियर जनरल याह्मा साड़ी ने कहा था कि हूती अमेरिका के हमलों का उचित जवाब दिया जाएगा।