बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मंगलवार को दिल्ली की अदालत में सीबीआई पर पलटवार किया। उन्होंने जमानत रद्द करने वाली याचिका के खिलाफ अपने जवाब में कहा कि अगर वे एजेंसी के अफसरों को धमका रहे थे, तो एफआईआर क्यों नहीं की। तेजस्वी ने कहा कि 2014 से पहले जब नरेंद्र मोदी विपक्ष में थे, तब वे भी यही सब कहते थे। बता दें कि अदालत ने सीबीआई की याचिका को नामंजूर करते हुए तेजस्वी यादव की जमानत रद्द करने से इनकार कर दिया है।
तेजस्वी यादव मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू सीबीआई स्पेशल कोर्ट में पेश हुए। वे आईआरसीटीसी घोटाले में जमानत पर बाहर हैं। पिछले दिनों उन्होंने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीबीआई के अधिकारियों पर जमकर निशाना साधा था। इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने अदालत में याचिका दाखिल की और कहा कि तेजस्वी सीबीआई को धमका रहे हैं। पद पर रहते हुए वे गवाहों और जांच को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए उनकी जमानत रद्द की जाए।
तेजस्वी ने सीबीआई की इस याचिका का विरोध किया। उन्होंने कोर्ट में कहा कि उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस आईआरसीटीसी घोटाले के बारे में नहीं थी। उस वक्त लैंड फॉर जॉब स्कैम की बात हो रही थी। साथ ही अगर सीबीआई अधिकारियों को लग रहा है कि तेजस्वी यादव उन्हें धमकी दे रहे हैं, तो वे पहले एफआईआर दर्ज करें और फिर आईपीसी की संबंधित धारा के तहत कार्रवाई करें।
मोदी भी तो ये ही कहते थे’
तेजस्वी यादव ने कोर्ट में कहा कि वे विपक्ष में हैं और सरकार की नाकामियों के खिलाफ आवाज उठाना उनका कर्तव्य है। जब पीएम मोदी गुजरात के सीएम थे और विपक्षी दल में थे, तब सीबीआई और ईडी के खिलाफ वे भी ऐसी ही बातें करते थे।