आमतौर पर 50 साल की उम्र पार करने वाले लोगों के शारीरिक संबंध बनाने की बात सुनकर लोग नाक-भौंह सिकोड़ते नजर आते हैं। लेकिन हाल ही में एक शोध में कहा गया है कि वो लोग जो अपनी उम्र के 50 पड़ाव पार कर चुके हैं, अगर नियमित शारीरिक संबंध बनाते हैं तो उनके दिमाग की क्षमता दुरुस्त होती है। शोधकर्ताओं ने बताया कि जो बुजुर्ग नियमित रूप से सेक्सुअल एक्टिविटी में संलग्न हैं वे लोग दिमाग की परीक्षा में सबसे ज्यादा सफल पाए गए हैं। शोध के दौरान उनके दिमाग की ली गई परीक्षा में उनकी वाक् पटुता तथा उनकी दृश्यों के प्रति समझ काफी बेहतर पाई गई।
शोध से जुड़े जानकार हैले राइट ने बताया कि 50 साल की उम्र तक आने के बाद लोग सेक्स के बारे में नहीं सोचना चाहते। लेकिन हमें इस धारणा को बदलने की जरूरत है, और यह देखने की जरूरत है कि 50 साल या उसके ऊपर की उम्र के लोगों पर सेक्सुअल एक्टिविटी क्या प्रभाव डाल रही है। शोध में 50 साल से लेकर 83 साल तक की उम्र के तकरीबन 73 लोगों को शामिल किया गया था। शोध में शामिल सभी प्रतिभागियों को एक प्रशनावली भरने को दी गई थी, जिसमें उनसे यह पूछा गया था कि पिछले 12 महीनों में उन्होंने औसतन कितनी बार शारीरिक संबंध बनाए। प्रश्न में विकल्प भी थे कि यह संबंध उन्होंने मासिक बनाए या साप्ताहिक बानए या फिर कभी नहीं बनाए।
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इसके अलावा दिमाग की क्षमता को परखने के लिए वर्बल और विजुअल टेस्ट भी लिए गए। रिसर्चर्स का कहना है कि यह अध्ययन यह पता लगाने की कोशिश है कि डोपामाइन तथा ऑक्सीटोसिन जैसे शरीर के कुछ जैविक तत्व किस तरह से सेक्सुअल एक्टिविटीज और ब्रेन फंक्शंस के बीच संबंधों को प्रभावित करती हैं। उन्होंने कहा कि हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि यह संबंध सामाजिक कारणों से है या फिर यह शारीरिक तत्वों की वजह से। लेकिन अब हमें लगता है कि यह जानने के लिए हमें तीसरे कारण बायोलॉजिकल मेकेनिक्स पर रिसर्च करने की जरूरत है।
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